गर्म हवाओं ने बिहार के मैदानी इलाकों का तापमान बढ़ा दिया है, खासकर मध्य और दक्षिण बिहार में गर्मी का प्रकोप तीव्र है। पूर्वी बिहार में बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी के कारण वातावरण में आर्द्रता बढ़ी हुई है, जिससे लोगों को भारी पसीना आ रहा है। अगले दो दिनों तक इसी तरह की स्थिति रहने की संभावना है, लेकिन उसके बाद राज्य के मौसम में बड़ा बदलाव आ सकता है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक चक्रवाती तूफान बन रहा है, जिसके कारण राज्य के उत्तरी भाग में आंधी और बारिश हो सकती है। मध्य और दक्षिण बिहार में इस तूफान का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। कटिहार, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, बेगूसराय और खगड़िया जिलों में बारिश होने की संभावना है।
राज्य के 21 जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया है। बक्सर में सबसे अधिक तापमान 45.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। पटना, गया, भागलपुर, गोपालगंज, जमुई, बक्सर, भोजपुर, वैशाली, औरंगाबाद, बांका, नवादा, हरनौत, अरवल सहित कई जगहों पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा।
तेज धूप के कारण राजधानी पटना दिनभर झुलसती रही। सुबह 8 बजे से ही गर्मी तीव्र थी। दोपहर 12 बजे तक हवा इतनी गर्म हो गई थी कि लोग घरों से निकलने से बच रहे थे। शाम 5 बजे तक गर्मी का प्रकोप जारी रहा। शाम 7 बजे भी गर्म हवाएं चेहरे को झुलसा रही थीं।
गर्मी के कारण शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसर गया था। भीषण गर्मी के कारण लोगों को घरों में भी चैन नहीं मिल रहा था। इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी गर्मी से परेशानी हो रही थी। पटना में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।