लोकसभा चुनाव में अभी कुछ महीनों का वक्त बचा है। लेकिन इसे लेकर सभी राजनीतिक दलों की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है। भाजपा की तरफ से भी मोर्चा बंदी के लिए पूरा जोर लगाया जा रहा है। खास कर गृह मंत्री अमित शाह पुरे चुनावी मूड में आ चुके हैं। साथ ही बिहार में भाजपा की तरफ से मोर्चा बंदी के सर्वेसर्वा की भूमिका भी निभा रहे हैं। ऐसा इसलिए कि अमित शाह एक बार फिर से बिहार के दौरे पर आने वाले हैं। 16 सितंबर को अमित शाह बिहार आ रहे हैं। अपने एक दिवसीय कार्यक्रम में वो दो जिलों का दौरा करेंगे।
झंझारपुर लोकसभा सीट: जातीय समीकरणों का बोलबाला, BJP के लिए मुश्किल बनेगा महागठबंधन
अररिया भी जाएंगे अमित शाह
मिली जानकारी के अनुसार अमित शाह सबसे पहले मधुबनी जिले की झंझारपुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। बताया जा रहा कि जनसभा के बाद वो अररिया जिले का भी दौरा करेंगे। अररिया के जोगबनी में वो वो इंट्रीग्रेटेड चेकपोस्ट में एसएसबी जवानों के रहने हेतु बने आवासीय परिसर का उद्घाटन करेंगे। अमित शाह के दौरे को लेकर बिहार भाजपा तैयारियों में जुटी हुई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी खुद झंझारपुर जाकर तैयारियों का जायजा लिया है। बिहार भाजपा के कई बड़े नेता पिछले कुछ दिनों से झंझारपुर में कैंप किए हुए हैं।
झंझारपुर लोकसभा सीट की वर्तमान स्थिति
बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में इस झंझारपुर सीट पर जदयू के उम्मीदवार रामप्रीत मंडल ने जीत हासिल की थी। लेकिन जदयू के NDA छोड़कर महागठबंधन में शामिल होने का असर इस सीट पर 2024 के लोकसभा चुनाव में भी देखने को जरुर मिलेगा। जातीय समीकरणों के आधार पर देखें तो राजद और जदयू के साथ होने से महागठबंधन को यहां मजबूती मिलेगी। क्योंकि ये पिछड़ा और अतिपिछड़ा बहुल सीट है। ये भी देखना खास अलगे चुनाव में भाजपा इस सीट पर चुनाव लड़ेगी या फिर अपने सहयोगी दल के भरोसे ही अपनी किस्मत आजमाएगी।