पूर्व विधायक शंकर सिंह ने लोजपा (रामबिलास) से इस्तीफा देकर रूपौली उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने अपने निवास पर आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को उन्होंने अपना इस्तीफा भेज दिया है।
शंकर सिंह ने कहा कि वह लोजपा के स्थापना काल से ही पार्टी में निष्ठापूर्वक काम करते आ रहे हैं और हर निर्णय के साथ मजबूती से खड़े रहे हैं। उन्होंने 2005 में रूपौली विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीता भी था, लेकिन सरकार नहीं बना पाए थे। इसके बाद भी उन्होंने 2010, 2015, और 2020 में पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और हर बार अच्छे मत प्राप्त किए। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने एनडीए प्रत्याशी को अच्छे मतों से लीड दिलाई थी।
शंकर सिंह का मानना था कि इस उपचुनाव में पार्टी और एनडीए गठबंधन उन्हें प्रत्याशी बनाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए उन्होंने रूपौली विधानसभा की जनता की मांग पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है और पार्टी के सभी पदों एवं प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
इस मौके पर उनकी पत्नी प्रतिमा सिंह ने भी उनका समर्थन किया और सांसद पप्पू यादव की प्रेरणा की बात की। उन्होंने कहा कि जिस तरह पप्पू यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़कर सफलता प्राप्त की, वह उनके संघर्ष को दर्शाता है। अगर ज़रूरत पड़ी तो वे इस चुनाव में पप्पू यादव का समर्थन भी मांग सकते हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि पप्पू यादव उनका साथ देंगे।