पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने शिक्षा विभाग के अरेराज BRC में पदस्थापित BRP पदाधिकारी कुबेर पांडे हत्याकांड में शामिल शार्प शूटर को धर दबोचा है। छापेमारी के दौरान शार्प शूटर बाबर आजम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही पुलिस ने हत्याकांड में शामिल लाइनर और बाइक उपलब्ध कराने वाले को भी गिरफ्तार किया है। कुख्यात शार्प शूटर बाबर आजम की गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से देसी कट्टा कारतूस और मादक पदार्थ भी बरामद हुआ है।
बता दें कि शिक्षा विभाग के BRP कुबेर पांडे उर्फ अभिनन्दन पांडे की बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात अरेराज SDPO के नेतृत्व में एक SIT का गठन किया था। जांच के बाद SIT ने कुबेर पांडे के सगे भाई लोकेश पांडे को मुख्य षड्यंत्रकर्ता के रूप में गिरफ्तार किया था। पुलिस पूछताछ में लोकेश पांडे ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की थी। मामले में पुलिस ने यह खुलासा किया था कि लोकेश पांडे अपनी भाई की संपत्ति हड़पना चाहता था। इसके लिए उसने एक पेशेवर शूटर को एक लाख रुपये की सुपारी देकर कुबेर पांडे की हत्या करवाई है।
बता दें की हत्याकांड में शामिल शार्प शूटर बाबर आजम का नाम सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक के द्वारा गठित एसआईटी जिला सहित आसपास के जिलों में भी लगातार ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही थी। इस दौरान पुलिस को सफलता मिली और पुलिस ने हत्याकांड में शामिल शार्प शूटर बाबर आजम को गिरफ्तार किया है। बाबर आजम की निशानदेही पर हत्याकांड में शामिल लाइनर उज्जवल पांडे को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है जिसने कुबेर पांडे हत्याकांड में लाइनर की भूमिका निभाई थी।
बता दें कि शूटर और लाइनर के बाद पुलिस ने इस हत्याकांड में बाइक उपलब्ध कराने वाले दो बदमाशों मुनीर और अभिमन्यु को भी धर दबोचा है। मामले को लेकर पुलिस ने यह खुलासा करते हुए बताया कि हत्याकांड की सुपारी गैंग के मुखिया ने लिया था और सभी ने मिलकर एक होटल में कुबेर पांडे की हत्या करने की प्लानिंग की थी।
पूरे मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात में कहा है कि पिछले 4 महीने में पुलिस ने कई गैंग का खात्मा किया है जिसमें दुर्लभ सरकार गैंग और सहनी गैंग शामिल है। वही कुबेर पांडे हत्याकांड में शामिल पूरे गैंग पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि नए अपराधी कानून के तहत गैंग और संगठित अपराध पर सिकंजा कसने हेतु पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। भारतीय न्याय संहिता के 111 और 112 BNS के तहत पुलिस कार्रवाई करेगी। जिसमें अपराधियों को मौत की सजा और आजीवन कारावास का प्रवधान है।