बिहार में जहरीली शराब पीकर मरने की घटन थमने का नाम नहीं ले रही है। कुछ समय पहले सारण में बड़ा शराबकांड हुआ था। वही अब सिवान में भी कई लोग जहरीली शराब का शिकार बने हैं, जबकि कई लोग गंभीर रूप से बीमार हैं जो इलाजरत हैं। अब इस घटना पर राजनीति भी शुरू हो गई है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा आज सिवान में पीड़ित परिवारों और इलाजरत मरीजों से मिलने अस्पताल पहुंचे। बड़ी बात ये रही कि विजय कुमार सिन्हा के अस्पताल में पहुंचने के पहले मरीजों को जबरदस्ती डिस्चार्ज कर दिया गया था। इसे लेकर भी विजय कुमार सिन्हा ने बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला।
‘आंकड़ा छुपा रही प्रशासन’
मिली जानकारी के अनुसार सिवान में जहरीली शराब से अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी अधिकारिक रूप से 5 लोगों की मौत की ही पुष्टि की गई है। इसे लेकर विजय कुमार सिन्हा ने प्रशासन पर आंकड़ा छुपाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन में बैठे लोग इस मामले को दबाने के प्रयास में लगे हुए हैं। साथ ही उन्होंने दावा किया कि अबतक कुल 12 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की नियत में भी खोट है। वो सत्य को स्वीकार ही नहीं करना चाहती है।
‘CM और डिप्टी CM पर दर्ज हो केस’
विजय कुमार सिन्हा ने सारण शराबकांड का जिक्र करते हुए कहा कि यदि उसी समय सरकार ने समीक्षा की होती तो आज ऐसी घटना नहीं होती। इसके लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोषी है उनपर धारा 302 के तहत मुक़दमा चलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश और तेजस्वी जहरीली शराब से हो रही मौत की समीक्षा नहीं कि बल्कि वहां के एसपी को शाबाशी देने में लगे हैं। शासन में बैठे ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए। वही अस्पताल से जबरदस्ती मरीजों को डिस्चार्ज किए जाने को लेकर भी विजय कुमार सिन्हा की डॉक्टरों से जमकर बहस हुई। जिसके बाद उन्होंने पुलिस प्रशासन को सर्किट हॉउस से बुलाने का निर्देश दिया और वहां से निकल गए।