बिहार के जमुई जिले के बटिया थाना क्षेत्र के नैयाडीह गांव में एक बेटे ने अपने पिता की लाठी और कुल्हाड़ी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान 55 वर्षीय नरेश यादव उर्फ नारो यादव के रूप में हुई है, जबकि आरोपी पुत्र सकलदेव यादव उर्फ काना अपनी मां सीता देवी के साथ घटना के बाद से फरार है।
घटना का कारण परिवार के भीतर लंबे समय से चल रहा जमीन का विवाद बताया जा रहा है। नरेश यादव मानसिक रूप से कमजोर थे, और उनके इस हालात का फायदा उठाकर आसपास के लोग उन्हें बहला-फुसलाकर उनकी जमीन लिखवा लेते थे। इस पर नरेश की पत्नी और बेटे की नाराजगी बढ़ती जा रही थी। पिछले दो महीनों में नरेश ने 24 डिसमिल और 43 डिसमिल जमीन बेची, जिसके बाद घर में झगड़े और तनाव और बढ़ गए।
नरेश यादव और उनके बेटे सकलदेव के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया कि सकलदेव ने लाठी और कुल्हाड़ी से अपने पिता पर हमला कर दिया। इस दौरान, मां सीता देवी ने भी अपने बेटे का साथ दिया। गंभीर रूप से घायल नरेश को मां-बेटे मिलकर इलाज के लिए ले गए, लेकिन ग्रामीणों का मानना है कि रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। घटना के बाद, दोनों ने नरेश का शव घर में रखा और ताला लगाकर फरार हो गए।
सुबह में जब ग्रामीणों ने घर में ताला लगा देखा, तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने नरेश यादव का शव बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए जमुई भेज दिया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और फरार मां-बेटे की तलाश में जुटी हुई है।