देशभर में नए रोगियों की संख्या 8 से बढ़कर 700 के पार चली गयी है। जिसमे अधिक प्रसार क्षमता वाले ओमिक्रोन के सब वैरियंट जेएन-1 से ग्रसित 111 मामले में सामने आए हैं।वहीँ बिहार में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमित छह मरीजों की मौत हुई है, जबकि संक्रमण के 3475 नये मामलों का पता चला है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग से गुरुवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक पटना, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, लखीसराय एवं मुजफ्फरपुर के एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के सबसे ज्यादा 745 नये मामले सामने आए हैं। बिहार में फिलहाल कोविड के 26,673 मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं पिछले 24 घंटों में 1,51,253 नमूनों की जांच की गई है। राज्य के मुख्य निगरानी पदाधिकारी डा. रंजीत कुमार ने कहा कि कोरोना मरीज भले ही कम मिले हैं, लेकिन इसका खतरा बढ़ रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि नव वर्ष पर सार्वजनिक स्थलों पर उमड़ने वाली भीड़ में यदि लोग शारीरिक दूरी, मास्क या हाथ की धुलाई आदि नियमों का पालन नहीं करेंगे, तो संक्रमितों की संख्या में अचानक उछाल आ सकता है। कोरोना बम के इस धमाके से स्थिति काफी दूभर हो सकती है। ऐसे में बुखार, गले में खराश, सूखी खांसी व जुकाम या सांस लेने में परेशानी हो या बहुत अधिक कमजोरी महसूस हो, तो कोरोना जांच करा लेनी चाहिए। कमजोर प्रतिरोधकता के लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, क्यूंकि कोरोना के लक्षण उनमे अधिक तेज़ी से और ज्यादा गंभीर हो सकते हैं। अतः ऐसे लोगों को तो लक्षण दिखते ही तुरंत जांच करवा लेनी चाहिए। प्रदेश की राजधानी पटना में भी अब तक तीन कोरोना पाजिटिव मिले हैं। कोरोना के मिले इन मरीजों को इसकी भनक तक न थी। दूसरे बीमारी के इलाज करवाने के क्रम में उन्हें इसकी जानकारी मिली। पटना सिटी के बाईपास थानान्तर्गत बेगमपुर का एक 30 वर्षीय युवक एनएमसीएच में गुरुवार को दंत रोग विभाग में खराब हो चुके दांत निकलवाने पहुंचा था। स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी के अनुसार डाॅक्टर ने पहले कोरोना जांच कराया तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। एक और मामले में अगमकुआं की 80 वर्षीय वृद्धा दो दिन पूर्व मोतियाबिंद की सर्जरी करवाने अस्पताल गई थी,पर सर्जरी से पूर्व कराये गए जांच में कोरोना संक्रमित निकली थीं। ताज्ज़ुब की बात तो ये है कि इनमें से केवल गर्दनीबाग का एक युवक केरल से लौटा था और सर्दी-खांसी से पीड़ित था,बाकी जन तो प्रदेश क्या, जिले से बाहर तक नहीं निकले थे । राज्य भर में कोरोना की रफ़्तार तेज़ हो गयी है लेकिन यह अधिक तेजी से फैलने वाला जेएन-1 वैरियंट है या पुराना ओमिक्रोन इसकी अभी तक जांच नहीं की गई है। अधिकारियों को तो अभी यह भी नहीं पता है कि जीनोम सिक्वेंसिंग राजधानी पटना के आइजीआइएमएस में होनी है या फिर आरएमआरआइ में।