राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और फुलवारीशरीफ में चलने वाले एक आंतकी प्रशिक्षण के कार्यशैली की तुलना कर पटना SSP बुरे फंसे हैं। दरअसल, SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो पकड़े गए आतंकी प्रशिक्षण केंद्र की बारीकिया बता रहे थे। इस बीच उनके मुंह से RSS का नाम निकला। नाम निकलने भर की देर थी, न सिर्फ राजनीति उनके बयान पर हावी हो गई, बल्कि पुलिस विभाग ने भी कार्रवाई शुरू कर दी।
ADG ने मांगा स्पष्टीकरण
SSP मानवजीत सिंह ढ़िल्लो के विवादित बयान के बाद उनका अपना ही विभाग उनके खिलाफ हो गया है। ADG JS Gangwar ने पटना एसएसपी से ऐसा बयान देने पर स्पष्टीकरण मांगा है। अब एसएसपी को अपने उस बयान पर सफाई देनी है जिसमें उन्होंने आरएसएस की तुलना एक आतंकी प्रशिक्षण केंद्र से कर दी है। ADG ने स्पष्ट कहा है कि किसी दूसरे संगठन से तुलना करना गलत है। अब सभी को SSP के जवाब का इंतजार है।
BJP नेताओं ने खोल दिया मोर्चा
मानवजीत सिंह ढिल्लो के विवादित बयान पर BJP नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एसएसपी के बयान की भर्त्सना करते हुए कहा कि RSS एक प्रमाणिक राष्ट्रवादी संगठन है। देश के विकास, देश के उत्थान, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कार्यकर्ताओं ने अपना जीवन न्योछावर किया। ऐसे संगठन की तुलना PFI से करना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है।
मोदी ने RSS का ‘क्रैश कोर्स’ करा दिया
राज्यसभा सांसद और पूर्व उपमुख्यमंत्री Sushil Kumar Modi ने SSP को RSS के बारे में Nano Crash Course करा दिया है। एक के बाद एक सुशील मोदी ने चार ट्वीट कर SSP को RSS का मकसद, उससे निकले लोगों के बारे में तो बताया ही है, साथ ही माफी भी मांगने को कहा है।
मंत्री ने की CM से कार्रवाई की मांग
एसएसपी के खिलाफ बिहार सरकार के मंत्री सम्राट चौधरी भी खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से मांग की है कि मानवजीत सिंह ढ़िल्लो को तुरंत पटना एसएसपी के पद से हटाया जाए। उन्होंने आगे कहा कि संघ ने देश को श्रेष्ठ बनाया है। संघ सिर्फ भारत माता की पूजा करता है। इस संगठन के खिलाफ एसएसपी का ऐसा बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।
SSP का मानसिक संतुलन ठीक नहीं : बचौल
दूसरी ओर भाजपा के नए फायर ब्रांड विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने पटना एसएसपी के मानसिक संतुलन पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि एसएसपी का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। इसलिए इन्हें बर्खास्त किया जाए। बचौल ने आगे कहा कि एसएसपी को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। एक राष्ट्रवादी संगठन पर इन्होंने उंगली उठाई है। इन्हें SSP क्या, सिपाही भी रहने का अधिकार नहीं है।