भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल ट्रस्ट द्वारा महात्मा गांधी की 153वीं जयंती के अवसर पर प्रभात फेरी और सूत कताई यज्ञ का आयोजन किया गया। प्रभात फेरी में कस्तूरबा कन्या उच्च विद्यालय की छात्राओं और स्थानीय नागरिकों समेत लगभग एक हजार लोगों ने भाग लिया। प्रभात फेरी के बाद ट्रस्ट द्वारा विद्यालय की उन छात्राओं को सम्मानित किया, जिन्होंने ग्रीष्मकालीन सूत कताई ट्रेनिंग सेशन में हिस्सा लिया था। इस दौरान 12 छात्राओ को 1100 रुपए का चेक देकर सम्मानित किया गया। जबकि प्रशिक्षिका सुंदरम कुमारी को 2500 रुपए का चेक देकर सम्मान दिया गया।
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किसान और गांवों का स्वालंबन था गांधी का मकसद : अध्यक्ष
इस दौरान भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल ट्रस्ट के अध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप ने कहा कि महात्मा गांधी ने सूत कातने, सब धर्मों को आदर से देखने और सत्य, अहिंसा को जीवन में अपनाने की शिक्षा दी। सूत कातने का विशेष महत्व है क्योंकि इससे एकाग्रता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि बुद्ध और अशोक की धरती पर महात्मा गांधी किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए आए थे। उनका मानना था कि किसानों और गांवों का स्वालंबन ही स्वराज की असली पहचान होगी। हालांकि अभी भी बापू का सपना पूरा नहीं हो सका है। क्योंकि किसानों और गांवों का स्वावलंबन अधूरा है।
गांधी ने समाज को जोड़ा : एमएलसी
इस दौरान कार्यक्रम में शामिल हुए एमएलसी सौरभ कुमार ने कहा कि महात्मा गांधी ने समाज को जोड़ने का काम किया। ग्राम स्वराज के लिए काम किया। उनकी सोच गांवों पर केंद्रित थी क्योंकि वे जानते थे कि गांवों के विकास के बिना देश का विकास संभव नहीं है। बापू की सोच आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार लगातार गांवों के विकास के कार्य कर रही है। और गांवों को स्वावलंबी बनाना सरकार की प्राथमिकता में है।
विचार, आदर्श और मेहनत पर निर्भर करती है सफलता
वहीं भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष राकेश राव ने कहा कि हम सभी अपने जीवन में एक लक्ष्य को लेकर चल रहे हैं। उन्हें मूर्त रूप देने के लिए हम अपनी तरफ से पूरा प्रयास भी करते हैं। लेकिन किसी को सफलता हाथ लगती है तो किसी को असफलता और किसी को आधी-अधूरी सफलता। यह सब हमारे विचार, आदर्श और मेहनत पर निर्भर करता है। बापू के नेक विचार, अहिंसा का आदर्श और समाज के लिए अथक मेहनत ने भारत को आजादी दिलाई। वहीं कस्तूरबा कन्या उच्च विद्यालय के प्राचार्य व कार्यक्रम के संयोजक दीपेंद्र बाजपेयी ने कहा कि गांधीजी ने भगवान महावीर के रास्ते पर चल कर त्याग को अपने जीवन में सदा अपनाए रखा और सादगी भरा जीवनयापन किया। हम अपने स्कूल की बच्चियों को भी यही शिक्षा देते हैं।
वीडियो कॉल से जुड़े मनोज बाजपेयी
बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी ने भी इस कार्यक्रम में वीडियो कॉल के माध्यम से हिस्सा लिया। उन्होंने बच्चियों को सूत कताई के लिए प्रोत्साहित किया और ट्रेनिंग सेशन के लिए सम्मानित होने वाली छात्राओं को विशेष बधाई दी। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष रामबाबू चौरसिया, प्रसाद एग्रिको के निदेशक अश्विनी कुमार, डीएसपी कुंदन कुमार, गौनाहा थानाध्यक्ष राजीव नंदन सिन्हा, इंस्पेक्टर रामाश्रय यादव, अभय सिंह, अरुण सिंह, मकसूद आलम, कन्हैया राव, शिक्षक चंद्रकिशोर महतो, विवेक राव, अखिलेश शर्मा, विवेक राज, मालिक शर्मा, इंद्रजीत शर्मा, दीपेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।