बक्सर से राजद सांसद सुधाकर सिंह ने कैमूर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान बीपीएससी (BPSC) अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस तरह का अमानवीय व्यवहार तो आतंकवादियों और नक्सलियों के साथ भी नहीं किया जाता, जिसे बीपीएससी अभ्यर्थियों पर ठंड के मौसम में वाटर कैनन का प्रयोग करके दिखाया गया।
सुधाकर सिंह ने कहा, “यह कोई पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार की सरकार में ऐसी घटना हो रही है। अगर हम इतिहास पर नजर डालें, तो लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में असंतुष्ट लोगों के साथ सम्मान से पेश आया जाता था। लेकिन नीतीश कुमार के शासन में असंतुष्ट लोगों के साथ यही व्यवहार हो रहा है – लाठीचार्ज, ठंड में वाटर कैनन का इस्तेमाल। ऐसा व्यवहार तो नक्सलियों और आतंकवादियों के साथ भी नहीं किया जाता।”
नीतीश कुमार के लिए महागठबंधन का दरवाजा अब बंद, तेजस्वी ने उन्हें रिटायर बताया
सांसद ने आगे कहा कि छात्रों की एक साधारण मांग थी कि बीपीएससी परीक्षा में पेपर लीक हुआ है और जब इसका सत्यापन हो गया, तो एक सेंटर को खारिज किया गया। उन्होंने सवाल किया कि जब एक सेंटर को खारिज किया जा सकता है, तो अन्य सभी सेंटरों को भी खारिज करना चाहिए था और परीक्षा को नए तरीके से आयोजित किया जाना चाहिए था। “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पहली बार देश में हम देख रहे हैं कि परीक्षा का एक हिस्सा रद्द कर दिया गया, जबकि बाकी चीजें वैसे की वैसे बनी रहीं,”
नीतीश कुमार की दिल्ली यात्रा, आरजेडी ने किया बड़ा दावा, जेडीयू ने गोलमोल जवाब दिया
सुधाकर सिंह ने आरोप लगाया कि परीक्षा आयोजित करने वाली माफिया से सरकार में बैठे लोग सांठ-गांठ कर चुके हैं और उनकी मदद से यह सारी घटनाएं हो रही हैं। “यह साबित हो रहा है कि सरकार में बैठे लोग माफिया के बचाव में हैं और इस पूरी समस्या से मुंह मोड़ रहे हैं,” सांसद ने नीतीश सरकार से बीपीएससी परीक्षा के मुद्दे पर जवाब मांगते हुए कहा कि अब यह साफ हो गया है कि बिहार की सरकार देशभर में शर्मसार हो रही है।