बिहार ही राजनीतिक हलकों में नई हवा ने रफ्तार पकड़ ली है। चर्चा अब सरेआम हो रही है कि नीतीश कुमार हर हाल में 2024 में नरेंद्र मोदी का सीधे मुकाबला करना चाहते हैं। इस मुकाबले में त्रिकोण या चौकोण न बन जाए, नीतीश कैम्प इसका पूरा प्रयास कर रहा है। तेलंगाना के सीएम केसीआर का बिहार दौरा इसी प्रयास का महत्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है। लेकिन कभी नीतीश मंत्रिमंडल के उनके सबसे ‘भरोसेमंद’ सहयोगी रहे सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के पीएम पद के सपने को महज कॉमेडी शो बता दिया है।
TRS भी RJD का रूप?
सुशील मोदी अपने बयान में सिर्फ नीतीश कुमार के खिलाफ नहीं गए हैं। बल्कि उन्होंने टीआरएस की भी बखिया उधेड़ने की कोशिश की है। इस कोशिश में सुशील मोदी ने राजद को भी लपेट लिया है। उन्होंने कहा है कि TRS भी RJD की तरह भ्रष्टाचार में डूबी परिवारवादी पार्टी है। KCR तेलंगाना में जनाधार खो चुके हैं। हुजुराबाद और दुब्बत के उपचुनाव केसीआर की पार्टी चुनाव हार गयी। लोकसभा चुनाव में अपनी बेटी कविता को केसीआर वैसे ही नहीं जिता पाए, जैसे लालू यादव अपनी बेटी मीसा को चुनाव नहीं जिता पा रहे हैं। ऐसे लोग नरेन्द्र मोदी से मुकाबला करने की कोशिश कर रहे हैं।
विपक्षी एकता मेंढ़कों को तराजू पर तौलने जैसा
राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि जिस केसीआर के भरोसे नीतीश कुमार हैं, उनकी अपने ही राज्य में स्थिति ठीक नहीं है। तेलंगाना में हैदराबाद नगर निगम का चुनाव हुआ तो बीजेपी 4 से बढ़कर 48 पर पहुंच गयी थी। वहीं केसीआर की पार्टी 99 से घटकर 56 पर पहुंच गयी। तेलंगाना के सीएम बिहार दौरे पर आ रहे हैं। पटना में वे नीतीश कुमार से भी मिलेंगे। हर बार की तरह कल एक बार फिर विपक्षी एकता का कॉमेडी शो पटना में होने जा रहा है। विपक्षी एकता मेढकों को तराजू पर तौलने के समान है। इसमें वो कभी सफल नहीं होंगे।