आनंद मोहन की रिहाई को लेकर लगातार बयानबाजी जारी है। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी बिहार सरकार को अपने निशाने पर लिए हुए हैं। वही अब उन्हें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की तरफ से भी करार जवाब दिया गया है। उन्होंने कहा कि सुशील मोदी छपास रोग से ग्रसित है। जैसे छात्र नेता को हर दिन उसको कुछ ना कुछ कह के छापन होता है वही हालत सुशील मोदी की भी है। ऐसा लगता है सुशील मोदी झूठ बोलने वाले गिरोह के सरगना हैं।
“नियम हटाकर आम-खास के अंतर को खत्म किया”
ललन सिंह ने कहा कि आनंद मोहन को सजा मिली थी और जो सजा मिलती है उसमें कानूनन परिहार मिलता है पर उनको नहीं मिल रहा था। एक कानून में अर्चन था जिस कारण 14 साल के बजाय वो 15 साल जेल में रहे। उस नियम को सरकार ने खत्म कर के आम और खास का अंतर खत्म किया। एक आम आदमी की हत्या करने वाले के लिए अलग सजा और सरकारी कर्मचारी और सरकारी पदाधिकारी की हत्या करने वाले को अलग सजा से आम-खास का अंतर पैदा हो रहा था। इस अंतर को खत्म कर दिया गया है।
सबकी सहमति से हो रही जातीय गणना
जातीय गणना को लेकर भी ललन सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सभी दलों की सहमति से जातीय गणना कराई जा रही है। लेकिन अब भाजपा को लग रहा है कि उनका घाटा होने वाला है तो पीछे परदे से वो मुकदमा करा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो भाजपा में चला जाता है वह वाशिंग मशीन से धूल जाता है । भाजपा में कितने ऐसे भ्रष्टाचारी हैं जिनपर केंद्र सरकार ने कार्रवाई की है उन्हें ये बताना चाहिए। भाजपा में साहस है तो मैं चुनौती देता हूँ तो हिम्मत है तो भाजपा के लोगों पर कार्रवाई करें।