बिहार में झमाझम बारिश के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे हैं। यहां राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात हो रही है। इस मुलाकात को लेकर कई तरह के सियासी कयास लगाए जा रहे हैं। कयासबाजी ने तब और जोर पकड़ लिया जब नीतीश कुमार के राजभवन से निकलते ही भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी वहां पहुंच गए। हालांकि सभी तरह के कयासों पे खुद सुशील मोदी ने फुल स्टॉप लगा दिया। उन्होंने राज्यपाल से अपनी मुलाकात का कोई मतलब निकले जाने से मना किया।
तेज बारिश के बीच अचानक राजभवन पहुंचे नीतीश, मंत्रिमंडल विस्तार के लग रहे कयास
सुशिल मोदी ने बताया संयोग
नीतीश कुमार के बाद सुशील मोदी राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे। राजभवन से निकलते ही सुशील मोदी को मीडियाकर्मियों ने घेर लिया। मीडिया कर्मियों ने नीतीश कुमार के तुरंत बाद राज्यपाल से मिलाने के बारे में सुशील मोदी ने सवाल किया। जिसका जवाब देते हुए सुशील मोदी ने कहा कि ये महज एक संयोग है कि मुझसे पहले सीएम आए थे। इसका कोई और मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मेरी शिष्टाचार भेंट थी। हम दोनों कॉलेज के दिनों में विद्यार्थी परिषद के सदस्य रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल बेहतर ढंग से विश्वविद्यालयों को चला रहे हैं। उसी की बधाई देने आया था।
मंत्रिमंडल विस्तार के कयास
सुशील मोदी से ठीक पहले नीतीश कुमार राजभवन पहुंचें थे। बता दें कि 10 जुलाई से बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र की शुरुआत भी होने जा रही है। जो 5 दिनों तक चलेगा। माना जा रहा है कि मानसून सत्र शुरू होने के पहले मंत्री मंडल का विस्तार हो जाएगा। राज्यपाल से इसी को लेकर चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है। राजभवन में इस दौरान सीएम राज्यभवन के राजेंद्र मंडपम में हो रहे निर्माण कार्य का भी जायजा लिया है।
राज्य में नीतीश कैबिनेट के विस्तार के कयास लगाए जा रहें हैं। कुछ दिन पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा था कि विपक्षी दलों की 23 जून की बैठक के बाद बिहार में कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। वहीं विपक्षी दलों की बैठक में राहुल गांधी ने भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नीतीश से चर्चा की थी। इसलिए संभव है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नीतीश राज्यपाल से मिलने गए हों।