बिहार में आरक्षण पर सियासत के बीच सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बिहार सरकार ने तांती (ततवा) को अनुसूचित जाति (Tanti Caste) की सूची से बाहर कर दिया है। पूर्व की तरह यह जाति अत्यंत पिछड़ों की सूची में शामिल हो गई है। इसे अत्यंत पिछड़ी जातियों की सूची (अनुसूची-1) में 33 वें नंबर पर रखा गया है। पिछले दिनों बिहार सरकार ने तांती-ततवा जाति को अनुसूचित जाति में शामिल किया था लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद स्थिति बदल गई है।
दरअसल, बिहार में लंबे समय से तांती और ततवा जाति अति पिछड़ा वर्ग में शामिल थी। इन्हें अनुसूचित जाति में शामिल करने की वकालत चल रही थी। राज्य सरकार ने दोनों जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने का फैसला भी ले लिया था। इससे जुड़े प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेज दिया था। जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट गया और अब सर्वोच्च अदालत ने उस फैसले को पलट दिया।
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इसके बाद बिहार के अंदर तांती के साथ ततवा जाति को फिर से अति पिछड़ा वर्ग में शामिल कर लिया गया है। बदली हुई परिस्थितियों में अब तांती और ततवा जाति के वैसे लोग, जिनकी नियुक्ति अनुसूचित जाति के कोटे से हुई थी, वह अति पिछड़ा वर्ग कोटे में समायोजित होंगे। समायोजन की कार्यवाही संबंधित नियुक्ति प्राधिकार के स्तर पर होगी।