बिहार सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में टैक्स वसूली में उल्लेखनीय सुधार किया है। जीएसटी और नॉन-जीएसटी मदों को मिलाकर कुल 38,161 करोड़ रुपये की वसूली हुई, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 18.13% अधिक है।
पिछले साल 34,541 करोड़ रुपये की तुलना में इस साल की वसूली 3,620 करोड़ रुपये अधिक है। यह आंकड़ा 2017-18 के 17,236 करोड़ रुपये के कर संग्रहण से भी काफी आगे है।
राज्य कर आयुक्त ने बताया कि डेटा एनालिटिक्स का इस्तेमाल कर विभाग ने कर संग्रह में काफी सुधार किया है। साथ ही, सेवा क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने और पंचायत स्तर तथा मनरेगा योजना के ठेकेदारों और आपूर्तिकर्ताओं को कर दायरे में लाने से भी वसूली में बढ़ोतरी हुई है।
बिहार ने पड़ोसी राज्यों की तुलना में भी बेहतर प्रदर्शन किया है। इस दौरान उत्तर प्रदेश में जीएसटी संग्रहण 16% बढ़ा, जबकि झारखंड और पश्चिम बंगाल में क्रमशः 8% और 7% की वृद्धि हुई।
गौरतलब है कि मार्च 2024 में बिहार ने एक महीने में सबसे अधिक 5,403.15 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह किया है। इसमें से 1,058 करोड़ रुपये सिर्फ एसजीएसटी है, जो पिछले सात वर्षों में किसी भी महीने का सर्वाधिक जीएसटी संग्रहण है।