1 फरवरी से बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं शुरू होनी हैं। इसको लेकर के के पाठक एक्शन में दिख रहे हैं। परीक्षा को लेकर के के पाठक ने सभी डीएम और डीडीसी को आवश्यक पहल करने के लिए पत्र लिखा है। के के पाठक ने पत्र में लिखा है कि 1 फरवरी से बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं शुरू होनी हैं। ऐसे में आवश्यक है कि सभी शिक्षक बच्चों को ठीक से पढ़ाएं और शिक्षकों की उपस्थिति स्कूलों में बेहतर हो। शिक्षकों पर सख्त अनुशासन बनाए रखने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित करीब 50 शिक्षक योगदान देने के बाद भगोड़े हो गए हैं। ऐसे भगोड़े शिक्षकों को सस्पेंड करते हुए, उनपर विभागीय कार्रवाई शुरू करें।
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“10 फीसदी शिक्षकों की ही छुट्टी सुनिश्चित हो”
के के पाठक ने आगे कहा कि बोर्ड परीक्षा को लेकर माध्यमिक स्कूलों में विशेष कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। जिसका बच्चों को काफी फायदा मिल रहा है, अभिभावक भी इस कार्य की सराहना कर रहे हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि शिक्षकों की छुट्टियों पर नियंत्रण हो। ताकि क्लास सही से संचालित हो सके। उन्होंने नेशनल कॉरिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन 2023 की चर्चा की है और पूरी रिपोर्ट भी जिलों को भेजी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षकों की छुट्टी पर रोक लगाई जाए। एक साथ अधिक से अधिक 10 फीसदी शिक्षकों को ही छुट्टी मिल सकेगी। इसे सुनिश्चित किया जाए।