लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। लेकिन इस बार फिर वे अपनी सीट बदलेंगे। 2015 में पहली बार चुनाव लड़े तेजप्रताप यादव अब तक दो बार चुनाव जीत चुके हैं। लेकिन दोनों बार उन्होंने अलग अलग विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ा था। तीसरी बार भी लड़ने की तैयारी है, लेकिन इस बार भी पिछली सीट नहीं दुहराएंगे।
महुआ से लड़ा था पहला चुनाव
तेजप्रताप यादव ने 2015 में पहला चुनाव लड़ा। सीट वैशाली जिले की महुआ थी। इस सीट से चुनाव लड़े तेजप्रताप तब पहली ही जीत के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन गए। हालांकि 20 महीने के बाद मंत्री की कुर्सी चली गई। लेकिन अपने चुनावी क्षेत्र में उनके घूमने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खुद ही वायरल करते रहे।
2020 में बदल दी सीट
वैसे तो तेजप्रताप यादव उन विधायकों में शामिल नहीं थे, जो जनता के बीच नहीं गए। किसी के कितने काम आए, ये वहां की जनता को पता है। लेकिन 2020 के चुनाव में उन्होंने अपनी सीट बदल ली। 2020 का चुनाव उन्होंने हसनपुर सीट से लड़ा। महुआ सीट से राजद ने मुकेश रौशन को चुनाव में उतारा। मुकेश जीत भी गए।
पुरानी सीट के लिए जागा मोह
अब एक बार फिर तेजप्रताप यादव ने अपनी पुरानी विधानसभा सीट महुआ पर नजर गड़ा दी है। अर्से बाद महुआ के विजिट पर गए तेजप्रताप ने वहां के लोगों के बीच अगला चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। उनके इस ऐलान पर पार्टी ने कोई आधिकारिक बयान तो नहीं दिया है। लेकिन उनकी जिद पकड़े की सूरत में एक दिन पहले तक नित्यानंद राय के बगल में खड़े रहते हुए मुस्कराने वाले विधायक मुकेश रौशन की नींद उड़ सकती है।