बिहार में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक चक्र कुछ इस तरह से घुमा है कि बयानबाजियों का महत्व काफी बढ़ गया है। कब किसी नेता का बयान सुर्ख़ियों में आ जाए, कब किसी नेता के बयान को लेकर विवाद हो जाए और कब किसी नेता के बयानों का अलग अर्थ निकल जाए ये कहा नहीं जा सकता है। बिहार का पूरा राजनीतिक परिदृश्य ही बयानों के इर्द-गिर्द भटक रहा है। हाल ऐसा है कि नेताओं की फिसली हुई जुबान भी खबरें बन जा रही हैं। दरअसल ताजा मामला बिहार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेजप्रताप यादव से जुड़ा है। जिसमें उनकी जुबान फिसली तो उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘यादव’ बता दिया।
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तेजप्रताप बोले-‘नीतीश कुमार यादव जी’
दरअसल बीते दिन शनिवार को सासाराम के अख्तियारपुर गांव में उच्च विद्यालय के संस्थापक रामधारी सिंह की 31वीं पुण्यतिथि पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम ने मंत्री तेजप्रताप यादव को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में मंच से अपने संबोधन में वो राज्य सरकार की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे थे। इसी दौरान उनकी जुबान फिसली और उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘नीतीश कुमार यादव जी’ से संबोधित कर दिया। उन्होंने कहा कि “बिहार सरकार अपराध को रोकने में पूरी तरह से लगी हुई है जबसे हमारी सरकार आई है तबसे हमलोग रोजगार को लेकर चिंतित हैं और इसको लेकर तेजस्वी जी भी काम कर रहे हैं और आदरणीय ‘नीतीश कुमार यादव जी’ ने भी चिंता जाहिर की है।”
उनके बयान को सुन लोग हंसाने लगे। जिसके बाद मंत्री तेजप्रताप यादव ने अपनी गलतियों को सुधारते हुए दोबारा से कहा कि ‘हां नीतीश जी ने भी रोजगार को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है।’ उन्होंने आगे कहा कि यादव और माधव का मंदिर के बारे में सोच रहे इसलिए यादव शब्द निकल गया।