वैसे तो बिहार में शराबबंदी लागू है लेकिन यह बात भी सरेआम है कि शराबबंदी को विफल करने के प्रयास चलते रहते हैं। शराब की खेप पकड़ी जाती है। शराब पीने वाले भी पकड़े जाते हैं। शराब के तस्कर भी पकड़े जाते हैं। तो कई बार शराब की खाली बोतलें मिलती है यानि शराब आई, पी गई पर कोई पकड़ा नहीं गया। लेकिन इस मामले में बिहार सरकार का कहना है कि यह भाजपा शासित राज्यों की साजिश है। सारण शराबकांड में घिरी बिहार सरकार साफ कह रही है कि हमारी गलती नहीं है।
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डिप्टी सीएम का भाजपा पर आरोप
सीएम नीतीश कुमार साफ कह रहे हैं कि जो दारू पिएगा, मरेगा। उनसे सरकार की कोई सहानुभूति नहीं है। तो दूसरी ओर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बिहार में शराब के लिए भाजपा को जिम्मेदार बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों से बिहार में शराब की खेप पहुंच रही है। तेजस्वी ने आरोप लगाया है कि शराबबंदी विफल करने की साजिश की जा रही है।
‘शराब मामले में सरकार गंभीर’
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में सरकार को बदनाम करने की साजिश चल रही है। इस साजिश में भाजपा के लोग शामिल हैं। शराबबंदी पर भाजपा का रवैया सिर्फ राजनीति करने वाला है। जबकि बिहार सरकार शराब मामले में गंभीर है। उन्होंने कहा कि दोषी कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा। छापेमारी की जा रही है और शराब के सभी धंधेबाजों पर कार्रवाई होगी।