बिहार के हॉट सीट पूर्णिया में पप्पू यादव की एंट्री ने मुकाबला दिलचस्प बना दिया है। निर्दलीय से चुनाव लड़ रहे पप्पू यादव पर लगातार एनडीए के टीम बी बनने के भी आरोप लगे हैं। हालांकि पप्पू यादव पर यह आरोप लगाने वाले तेजस्वी अपने बयानों से खुद घिर गए है और अब तेजस्वी पर एनडीए का टीम बी होने का आरोप लग रहा है। पूर्णिया की रैली में तेजस्वी ने मंच से कहा था कि अगर वे आरजेडी उम्मीदवार को वोट दें और अगर नहीं देते हैं तो एनडीए को वोट दे दें। उनके इस बयान पर पप्पू यादव ने कटाक्ष किया है। काटना बिच्छू का काम होता है लेकिन संत का काम उसको माफ कर देना होता है। हम तो पैदा ही हुए हैं इंसानों की सेवा करने के लिए और उसके आंसू पोंछने के लिए, हम किसी को लूटने के लिए पैदा नहीं न हुए हैं। हमको किसी से माल नहीं न चाहिए। पत्थर पर छेनी और हथौड़ा चलता है तो वह मूर्ति बन जाता है। टिकोला पर नासमझ लोग जितना भी पत्थर फेंक दे वह मीठा ही फल देता है।
‘उधार के उम्मीदवार से चुनाव लड़वा रही कांग्रेस’
‘तेजस्वी का लक्ष्य कुर्सी है’
पप्पू यादव ने कहा कि राहुल गांधी का लक्ष्य देश है लेकिन तेजस्वी का लक्ष्य कुर्सी है। उन्हें संविधान बचाने से कोई मतलब नहीं है। वह तो बीजेपी का प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शीशे के घर में रखकर तेजस्वी पत्थर फेंकने का काम कर रहे हैं। अब तो खुलेआम एनडीए को वोट देने की अपील करते हैं। इससे उनकी मानसिकता समझ में आ रही है। हम तो चाहते हैं कि इंडी गठबंधन और मजबूत हो। सीवान में शहाबुद्दीन के परिवार के साथ साथ हम सभी जगह इंडिया गठबंधन में जाएंगे। हम अमेठी भी जाएंगे और रायबरेली भी जाएंगे। तेजस्वी को नसीहत देते हुए।
तेजस्वी योद्धा हैं और राजा भी हैं
पप्पू यादव ने कहा कि जो लोग इतनी जल्दी अपना पेशेंस खो देते हैं वह लालू प्रसाद से सीखें। तेजस्वी योद्धा हैं और राजा भी हैं, हम रंक हैं और रंक के मुंह से राजा के बारे में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा। उनका कानून है, उनको लगता है कि जनता मुर्ख है और हम जो बोल देंगे वही सही हैं।