बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पथ निर्माण विभाग में 26 करोड़ रुपए से ज्यादा की गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह गड़बड़ी तब हुई जब तेजस्वी यादव इस विभाग के मंत्री थे। विजय सिन्हा ने कहा कि गया, जमुआ और भिंडस की सड़कों के निर्माण में गड़बड़ी की गई है। इन परियोजनाओं को राजा कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपा गया था। डिप्टी सीएम ने कहा, “राजा कंस्ट्रक्शन के कामों की पूरी समीक्षा की जाएगी। लोगों ने शिकायत की है कि सड़क निर्माण में घटिया पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है। इन सड़कों के लिए 26 करोड़ से ज्यादा की राशि गलत तरीके से भुगतान की गई।”
विजय सिन्हा ने सीधे तौर पर तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि “उस समय पथ निर्माण विभाग तेजस्वी यादव के अधीन था। उन्हीं के कार्यकाल में यह गड़बड़ी हुई है। सत्ता में बैठे लोगों ने वित्तीय गड़बड़ियां कीं और दोषी अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। इससे विभाग को भारी नुकसान हुआ।”
डिप्टी सीएम ने कहा कि राजा कंस्ट्रक्शन को संरक्षण दिया गया और इसके पीछे सांसद सुरेंद्र यादव का नाम भी जुड़ा हुआ है। उन्होंने बांका जिले के सुल्तानगंज में कांवरिया पथ निर्माण में हुई गड़बड़ी का भी जिक्र किया।
विजय सिन्हा ने घोषणा की कि पथ निर्माण विभाग के पूर्व और वर्तमान प्रोजेक्ट्स की जांच की जाएगी। सड़कों और पुलों का “हेल्थ कार्ड” बनाया जाएगा। इसके लिए IIT और NIT के इंजीनियरों की एक टीम गठित की जाएगी, जो विभाग की सभी योजनाओं की जांच करेगी।
विजय सिन्हा ने स्पष्ट किया कि गड़बड़ी करने वालों और उन्हें संरक्षण देने वालों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि “इस तरह की वित्तीय अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और दोषियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।”