भारी विवाद के बीच केंद्र सरकार ने यूपीएससी को नौकरशाही में लेटरल एंट्री से संबंधित भर्ती विज्ञापन रद्द कर दिया है। लेकिन इस निर्देश के बाद राजनीति और तेज हो गई है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हम बीजेपी की लेटरल एंट्री जैसी साजिशों को नाकाम करेंगे। इसके साथ ही तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने आरक्षण से संबंधित एक और मुद्दा उठा दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि आरक्षण विरोधी मोदी सरकार ने कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग में आरक्षण को ही खत्म कर दिया है।
सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर विपक्ष केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर लगातार हमला कर रहा रहा है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर हमला करते हुए कहा, “यूपीएससी में लेटरल एंट्री के बाद अब संविधान और आरक्षण विरोधी मोदी सरकार ने कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग अंतर्गत विज्ञापित 368 पदों की नियुक्ति में भी एकल पद के तहत विज्ञापन प्रकाशित कर और यह लिखकर कि सभी रिक्तियां अनारक्षित हैं (All the Vacancies are un-reserved) दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के आरक्षण को खत्म कर दिया है।”
‘मैंने खुद प्रधानमंत्री मोदी से बात की’… UPSC में लेटरल एंट्री रद्द होने पर बोले चिराग पासवान
क्या चिराग-मांझी कुछ बोलेंगेः तेजस्वी
उन्होंने चिराग पासवान और जीतन राम मांझी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि RSS कथित नकली ओबीसी प्रधानमंत्री और अप्रभावी ओबीसी कृषि मंत्री के हाथों अब कृषि विभाग की नियुक्तियों में भी आरक्षण खत्म करवा रही है। क्या नीतीश कुमार, चिराग पासवान और जीतनराम मांझी दलित-पिछड़ों की इस हकमारी के खिलाफ कुछ बोलेंगे?”
तेजस्वी ने जिस कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल की वैकेंसी नोटिफिकेशन को शेयर किया है वो 7 अगस्त को जारी किया गया था। इस बीच केंद्र सरकार की ओर से यूपीएससी को लेटरल एंट्री से संबंधित विज्ञापन रद्द करने के निर्देश देने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने X पर कहा कि वह हर कीमत पर संविधान और आरक्षण व्यवस्था की रक्षा करेंगे। साथ ही बीजेपी की लेटरल एंट्री जैसी साजिशों को हर हाल में नाकाम करके दिखाएंगे।