बिहार में पुलों के गिरने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा। एक बार फिर सारण जिले में पुल हादसा हुआ है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बहुत दिनों के बाद सीधा हमला करना शुरू कर दिया है। तेजस्वी यादव ने बिहार में लगातार गिर रहे पुल की खबरों को लेकर बुधवार को तंज भरा द्वीट किया है कि नीतीश कुमार की रिकॉर्डतोड़ ईमानदारी से तंग आकर 15 दिनों के अंदर 10 पुलों ने पानी में डूबकर आत्महत्या कर ली है। सुशासनी नेकचलनी के सौजन्य से विगत 15 दिन में बिहार में कुल 9 पुल जल समाधि ले चुके है। डबल इंजन सरकार अब इसका दोष भी विपक्ष को देकर अपने कर्तव्यों, सुशीलता से परिपूर्ण वसूली तंत्र एवं डबल इंजन पॉवर्ड भ्रष्टाचार का इतिश्री कर सकती है।
ताजा मामला सीवान का है जहां गंडकी और धमही नदी पर बने तीन छोटे पुल टूट गए हैं जिससे कई गांवों का संपर्क दूसरे इलाकों से कट गया है। बिहार में इससे पहले 18 जून को अररिया, 22 जून को सीवान, 23 जून को मोतिहारी, 27 जून को किशनगंज जून को मधुबनी में अलग-अलग पुल टूट गए थे या बह गए थे। इस बार जिले के लहलादपुर प्रखंड के ढोढ़ स्थान मंदिर के पास गंडक नदी पर बना पुल भरभराकर गिर गया। लगातार बारिश की वजह से इस पुल का पाया धंसने लगा। इसके बाद देखते ही देखते पुल का एक हिस्सा नदी में समा गया। यह पुल करीब 20 साल पहले साल 2004 में तत्कालीन निर्दलीय विधायक मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह ने बनवाया था।
सारण में गंडक नदी पर बना ब्रिज भरभरा कर गिरा… 20 साल पहले विधायक ने करवाया था पुल का निर्माण
इससे पहले सीवान जिले में एक के बाद एक तीन पुल गिर चुके हैं। अब चौथा पुल सारण जिले में गिरने के बाद लोग सरकार की नीति और नीयत पर सवाल उठाने लगे हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश तो अन्य राज्यों में भी हो रही है, लेकिन पुलिस केवल बिहार में ही गिर रहे हैं। हादसे के बाद आवागमन बाधित स्थानीय लोगों के मुताबिक गंडक नदी पर बने इस पुल के गिरने की वजह से दो दर्जन से अधिक गांवों की आपस में कनेक्टिविटी खत्म हो गई है।