बिहार में लोकसभा चुनाव (Bihar Loksabha Election) को लेकर सियासी हलचल तेज है। पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर जोरदार हमला बोल रहे हैं। इंडी अलाइंस का दावा है कि बीजेपी सरकार देश की संविधान को खत्म करना चाहती है और आरक्षण को भी समाप्त करना चाहती है। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूछा है कि जब राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और देश के सभी मुख्यमंत्री हिंदू हैं तो फिर हिंदू खतरे में कैसे हैं। तेजस्वी यादव के इस सवाल ने बिहार की सियासत में नया तूफ़ान खड़ा कर दिया है।
तेजस्वी यादव कोई महान विद्वान नहीं
अब एनडीए गठबंधन के नेता तेजस्वी यादव को जवाब दे रहे हैं। इसी कड़ी में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि यहां हिंदू-मुसलिम-सिख-ईसाई का कोई भेद नहीं है। सब बराबर हैं। तेजस्वी यादव कोई महान विद्वान नहीं हैं जिनकी बात हम मानें और समझें।
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वहीं डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने इस मामले में तेजस्वी यादव को करारा जवाब दिया है। सम्राट चौधरी ने कहा है कि, लालू परिवार देश और बिहार को लूटने में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि, जिस तरीके से कर्नाटक और तेलंगाना में मुसलमान को रिजर्वेशन दिए जाने की बात कही गई है। उसी का जो विरोध हो रहा है देश को श्रेष्ठ बनने में मोदी जी लगे हैं और बिहार देश को लूटने में लालू परिवार लगा है।
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उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि, इन लोगों के पास मुद्दा नहींं है। मुद्दा यह है कि आप सुशासन और भ्रष्टाचार पर बात क्यों नहीं करते। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल कांग्रेस को सीधे चुनौती दी है कि आपके राज्य में और आपका समय में सुशासन कितना था और अभी कितना है।