मुंगेर: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुंगेर में अपने ‘कार्यकर्ता संवाद दर्शन कार्यक्रम के तीसरे चरण की शुरुआत के मौके पर राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर राज्य के लोगों को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने राज्य सरकार से यह भी मांग की कि बिहार की जनता को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाए, क्योंकि बिहार में बिजली की दरें देश में सबसे महंगी हैं, जो लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ डाल रही हैं। तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “राज्य में सबसे महंगी बिजली मिलती है, और इसे लेकर हम सरकार से मांग करते हैं कि बिहारवासियों को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाए। अगर हम सरकार में आते हैं, तो हम यह वादा पूरा करेंगे।”
मुंगेर में कार्यकर्ता संवाद
उन्होंने कहा कि ‘कार्यकर्ता संवाद दर्शन कार्यक्रम’ का उद्देश्य जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद स्थापित करना और उनके फीडबैक के माध्यम से संगठन को मजबूती देना है। तेजस्वी ने बताया कि मुंगेर प्रमंडल पर उनका विशेष ध्यान है और इस कार्यक्रम के तीसरे चरण के तहत वे मुंगेर प्रमंडल के सभी जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। इस दौरान प्राप्त समस्याओं को आगामी चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा।
17 महीने में नौकरी दी
बिहार सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए तेजस्वी ने कहा, “17 महीने के अपने कार्यकाल में हमने 5 लाख नौकरी देने का वादा किया था, जिसे हमने पूरा किया। साढ़े तीन लाख नौकरी की प्रक्रिया शुरू की थी, इसके बाद हम सत्ता से बाहर आए। जो लोग कहते थे कि यह संभव नहीं है, उन्हें हमने कर दिखाया।”
महिला संवाद यात्रा पर कटाक्ष
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिला संवाद यात्रा पर कटाक्ष करते हुए तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री की यात्रा पर 200 से 250 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस यात्रा के माध्यम से अधिकारियों को लूट की छूट दी जा रही है। “मुख्यमंत्री को जनता से मिलने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करने का हिसाब देना चाहिए। बिहार जैसे गरीब राज्य को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाना मुख्यमंत्री की प्राथमिकता होनी चाहिए।”
आरक्षण का मुद्दा लटका रही बीजेपी
आरक्षण के मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार ने 10% ईडब्ल्यूएस और 65% एससी, एसटी, ओबीसी आरक्षण का प्रावधान किया था, लेकिन वर्तमान बहाली प्रक्रिया में इसे लागू नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “भाजपा के लोग कोर्ट में जाकर इस मामले को लटका रहे हैं। वे एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के लोगों के अधिकारों को वंचित करने की कोशिश कर रहे हैं।”
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छात्रों की समस्याओं का समाधान करे आयोग
इसके अलावा तेजस्वी यादव ने 70वीं बीपीएससी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन पद्धति पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग को इस मूल्यांकन पद्धति पर अपना मत स्पष्ट करना चाहिए। तेजस्वी यादव ने कहा कि परीक्षा एक दिन, एक शिफ्ट, एक पेपर और एक सामान्य पैटर्न पर आयोजित की जानी चाहिए। साथ ही पेपर लीक जैसी घटनाओं पर रोक लगाना सरकार और आयोग की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने एनडीए सरकार को छात्र विरोधी करार देते हुए उन पर पर छात्र हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि बीपीएससी फॉर्म भरने की अंतिम तिथि से 2-3 दिन पहले सर्वर फेल होने के कारण लाखों छात्रों को फॉर्म भरने का मौका नहीं मिला। उन्होंने आयोग से इस समस्या और अभ्यर्थियों की मांग पर संज्ञान लेकर जल्द से जल्द इसका समाधान निकालने की मांग की।