बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का नाम पुराना हो चुका है। कई बार नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव चाचा कहते नहीं थकते तो कई बार नीतीश कुमार ने भी जैसे अपना सर्वस्व तेजस्वी को सौंप देने के भाव दिखाए। लेकिन हकीकत यह है कि तेजस्वी यादव को दो बार अगर डिप्टी सीएम बनने का अवसर नीतीश कुमार ने दिया तो नीतीश कुमार पर ही तेजस्वी यादव से दोनों बार उनकी कुर्सी छीन लेने की तोहमत भी आई। इन दिनों चुनावी सरगर्मी बढ़ी हुई है। यह वक्त विपक्षी नेताओं की छींटाकशी का माना जाता है लेकिन तेजस्वी यादव के एक बयान में उन्हें नीतीश कुमार की चिंता दिखाई दे रही है।
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चुनाव के वक्त सीएम घर में कैद खुद हैं या कर दिए गए हैं : तेजस्वी यादव
दरअसल, तेजस्वी यादव ने बुधवार, 17 अप्रैल को मीडिया से बात करते हुए कहा कि “देश में चुनाव चल रहा है। बिहार में भी चुनाव हो रहा है। पहले फेज का चुनाव पास है लेकिन सीएम नीतीश कुमार अपने घर में हैं। मैंने अपने इतिहास में पहली बार देखा कि कोई मुख्यमंत्री चुनाव के वक्त अपने घर में कैद में है। अब वे कैद में हैं या कर दिए गए हैं, यह सवाल तो उठता है।”
तेजस्वी यादव की इस चिंता को नीतीश कुमार पर व्यंग्य माना जा रहा है। जानकार इसे नीतीश कुमार पर तेजस्वी यादव का दोहरा वार मान रहे हैं। जानकारों का कहना है कि तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की चिंता जताकर नीतीश कुमार की असहाय इमेज बनाने की कोशिश की है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव ने यह बताने की कोशिश की है कि एनडीए की सरकार में काम नहीं हुआ है, इसलिए नीतीश कुमार प्रचार के लिए नहीं जा रहे।