बिहार में में पुल ढहने का सिलसिला जारी है। बिहार में पिछले कुछ समय से लगातार पुल गिरने की खबर सामने आ रही है। इसी क्रम में भागलपुर (Bhagalpur Bridge Callapse) जिले से भी फिर एक पुल गिरने की एक खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि ये मामला पीरपैंती प्रखंड क्षेत्र का है। यहां एक छोटे पुल का एक खंभा ढह गया। मामले की सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी ने घटना के पीछे के सही कारणों को जानने के लिए जांच के आदेश भी दिए।
बिहार में ढहते पुलों पर तेजस्वी यादव का बयान
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए शुक्रवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा कि बिहार के भागलपुर में एक पुल और ध्वस्त हुआ। नीतीश कुमार जी के शासन में भ्रष्टाचार की जड़ें जितनी गहरी हैं, पुल के खंभे उतने ही सतही हैं। इसलिए विगत दो-तीन महीनों में ही हजारों करोड़ रुपये की लागत से निर्मित एवं निर्माणाधीन सैंकड़ों पुल-पुलिया और मेगा ब्रिज भरभराकर गिर चुके हैं। (लेकिन) मजाल है कि आपने मुख्यमंत्री का इन गिरते पुलों के भ्रष्टाचार पर कभी कोई बयान सुना हो अथवा उन्होंने बड़ी भ्रष्टाचार रूपी व्हेल मछली पर कभी कोई कारवाई की हो? आख़िर करेंगे भी कैसे? उन छोटी मचलती मछलियों को खिला-पिला कर व्हेल उन्होंने ही बनाया है।”
बता दें कि भागलपुर में पुल ढहने की इस घटना को बिहार के कई जिलों में एक दर्जन से अधिक पुलों और पुलियों के ढहने की पृष्ठभूमि में देखा जा रहा है। इससे पहले सीवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज आदि जिलों में छोटे पुलों के ढहने की घटनाएं सामने आई थीं।
भागलपुर के जिलाधिकारी (डीएम) नवल किशोर चौधरी ने बताया कि “पीरपैंती-बाबूपुर इलाके को बाखरपुर रोड से जोड़ने वाली सड़क पर छोटे पुल का एक खंभा शुक्रवार सुबह करीब छह बजे थोड़ा नीचे गिर गया। पूरा पुल नहीं गिरा है… पुल पर यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और तकनीकी विशेषज्ञ क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत में लगे हुए हैं।”
उन्होंने कहा कि ऐसा संभवतः गंगा नदी से बाढ़ का पानी सड़क पर आ जाने के कारण हुआ होगा । जिलाधिकारी ने कहा कि घटना के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश भी दिए गए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार इस पुल का निर्माण कुछ साल पहले राज्य सरकार के पथ निर्माण विभाग ने कराया था।