अररिया के फारबिसगंज प्रखंड के मटियारी पंचायत में एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि उसकी पीपीएचटी भूमि को जबरन हड़प लिया गया है। पीड़ित राज कुमार गोस्वामी का आरोप है कि स्थानीय दबंगों ने उनकी भूमि पर कब्जा जमाया है, उनके घर को तोड़ा है और खेत में लगे पेड़ों को काट दिया है।
गोस्वामी ने बताया कि उनके पिता के नाम पर यह पीपीएचटी भूमि थी और वे इस पर कई वर्षों से रह रहे थे। आरोप है कि हेमंत गोस्वामी नामक व्यक्ति ने अवैध तरीके से उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है और उस पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। इस संबंध में उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और अंचल अधिकारी को आवेदन दिया है।
प्रशासन की भूमिका
एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत मिल गई है और मामले की जांच के लिए थानाध्यक्ष फारबिसगंज को निर्देश दिया गया है। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि पीपीएचटी भूमि की बिक्री कैसे हुई और इसके पहले खरीदार कौन थे, यह भी जांच का विषय है।
गंभीर चुनौतियां
यह मामला कई गंभीर मुद्दों को उजागर करता है। पहला, यह पीपीएचटी भूमि का मामला है, जो सरकार द्वारा गरीबों के लिए आवंटित की जाती है। ऐसे में इसे हड़पना एक गंभीर अपराध है। दूसरा, यह भू-माफियाओं की बढ़ती सक्रियता को दर्शाता है, जो लोगों को डरा धमका कर उनकी जमीन हड़प लेते हैं। तीसरा, यह स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाता है कि आखिर कैसे एक पीपीएचटी भूमि की रजिस्ट्री हो सकी।
बिहार में निगरानी विभाग ने जारी की भ्रष्टाचारियों की लिस्ट, प्रमोशन में लगेगा ब्रेक
क्या हो सकता है आगे
इस मामले में निष्पक्ष जांच की जरूरत है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सकें। साथ ही, पीड़ित को न्याय दिलाना और उसकी भूमि वापस दिलाना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए।