देश भर में विपक्ष एकजुट हो कर बीजेपी का सफाया करने में जुट गया है। ऐसा ही नज़ारा बिहार में भी दिख रहा है। वही विपक्ष और बीजेपी की इस लड़ाई को मजबूत करने के लिए शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे पटना पहुंच चुके है। इसके साथ ही ठाकरे राबड़ी आवास पहुंच कर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलकात की है। आदित्य ठाकरे के साथ शिवसेना नेता सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और शिवसेना नेता अनिल देसाई भी पटना पहुंचे हैं। हालांकि इस मुलाकात पर कई अनुमान भी लगाए जा रहे है। हालांकि इस मुलाकात के पीछे यह बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में BMC चुनाव को लेकर आदित्य ठाकरे पटना पहुंचे है। वही मीडिया से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने भी कहा कि महाराष्ट्र में महानगर पालिका के चुनाव में भी हम सभी वहां जाएंगे। आदित्य ने तेजस्वी से बातचीत के बाद नीतीश कुमार से भी मुलाकात की।
‘Temple Run’ में कूदी JDU: Modi को ‘राम’ ने PM बनाया, Nitish को बनाएंगी ‘सीता’?
नीतीश से भी की मुलाकात
डिप्टी CM तेजस्वी यादव से आदित्य ठाकरे के 2 घंटों की मुलाकात के बाद उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात की। जिस दौरान नीतीश कुमार ने आदित्य ठाकरे को एक शाल गिफ्ट किया। वही आदित्य ठाकरे ने भी नीतीश कुमार को भेट दिया।
तेजस्वी से मिले आदित्य ठाकरे
आदित्य ठाकरे पटना पहुंच चुके है। वह पटना एअरपोर्ट उतर कर सीधा 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पहुंचे जहां उन्होंने तेजस्वी यादव से मुलाकात की। पटना पहुंचने पर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि मैं पहली बार पटना आया हूं। यहां आकर लोगों और कार्यकर्ताओं का यह हुजूम देखकर मन में ख़ुशी हुई। उन्होंने कहा कि दो युवा मिल रहे हैं तो बढ़िया मुद्दा को लेकर बातचीत होगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अच्छें मुद्दों पर साथ मिलकर हमलोग काम करेंगे। आदित्य ठाकरे ने बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। वही युवावर्ग की एकजुटता को लेकर भी बात कही।
BMC का चुनाव असल मुद्दा!
बृन्हमुंबई महानगरपालिका बीएमसी का चुनाव अगले साल यानी वर्ष 2023 के जनवरी या फरवरी में होने की संभावना है। यह चुनाव 227 सेटों पर होना है। जिसकी तैयारी में BJP और शिवसेना दोनों ही लगे हुए है। वही शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे आज पटना दौरे पर है। बता दें कि मुंबई के साथ-साथ महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में बड़ी संख्या में बिहारी समुदाय के लोग रहते हैं। इसी आकड़ों को देख कर यह ये अनुमान लग रहे है। जिसके लिए आदित्य ठाकरे बिहार के उपमुख्यमंत्री और RJD के युवा नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात करने वाले है। हालांकि दोनों युवा नेताओं की यह मुलाकात शिष्टाचार की भेंट बताई जा रही है। लेकिन सबो की निगाहें दोनों नेताओं पर टिकी रहेगी। देखना यह होगा कि इस मुलकात का क्या विकल्प सामने आता है।
दोनों राज्यों के बीच संबंध कुछ खास नहीं
बता दें कि बुधवार का दिन बिहार की राजनीति के लिए बेहद खास है। चूंकि पटना में दो बड़े राजनीतिक परिवार की कमान संभाल रहे दो युवा नेताओं की मुलाकात होने जा रही है। जिसमें एक तरफ लालू परिवार से तेजस्वी यादव होंगे, वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के शिवसेना के संस्थापक बाला ठाकरे के पोते व उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे होंगे। हालांकि बिहार और महाराष्ट्र के बीच का संबंध कुछ खास नहीं रहा है। RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद और बाल ठाकरे राजनीति में हमेशा से एक दूसरे का विरोध करते आए हैं।
महाराष्ट्र में बिहारी के साथ भेद-भाव
बता ते चले की यह वही पार्टी है जिसने अपने शाशन में बिहार-यूपी के लोगों को वहां से भगाने का काम कर रही थी। शिवसेना के मुताबिक बाहरी के लोग महाराष्ट्र आकर संसाधनों पर कब्ज़ा कर लेते हैं। जिसके कारण स्थानीय लोग को रोजगारी में दिक्कत आ जाती है. वही शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का भी यही मानना रहा है कि महाराष्ट्र में नौकरी पर पहले राज्य के लोगों का हक है। शिवसैनिक द्वारा कई बार बिहारियों पर हमला कर उन्हें डराया-धमकाया भी गया हैं। महाराष्ट्र में बिहारियों को ऐसे कई परिस्तिथियों का सामना करना पड़ा है। ऐसे में आदित्य ठाकरे का बिहार दौरा कितना प्रभावी रहेगा यह देखने वाली बात होगी।