विश्व भर में लोकप्रिय भारत के गणितज्ञ आनंद कुमार पर आधारित किताब सुपर 30 अब कोरियाई भाषा में भी उपलब्ध होगी। इससे पहले यह पुस्तक हिंदी,अंग्रेजी और पांच अन्य भारतीय भाषाओँ में प्रकाशित हो चुकी है। प्रसिद्द कनाडाई मनोवैज्ञानिक बिजू मैथ्यू और भारतीय लेखक अरुण कुमार द्वारा लिखित यह पुस्तक केवल कोरियाई हीं नहीं बल्कि अन्य विदेशी भाषाओं में भी छपने की होड़ में है। फिलहाल अन्य भाषाओं में इस किताब के प्रकाशित होने की वार्ता अभी प्रगति में है। कोरियाई पब्लिशिंग संसथान द प्लान जी को. लि. के सीइओ क्युंग ए ली ने इस पुस्तक और इसके नायक आनंद कुमार की बड़ाई में कसीदे गढ़ते हुए कहा कि इस पुस्तक और खुद आनंद कुमार से लाखों छात्रों और शिक्षकों को प्रेरणा मिली है। इस पुस्तक के माध्यम से यह सीख मिलती है कि शिक्षा और ज्ञान में जीवन बदल देने की क्षमता है और पिछले दो दशकों से ये किताब यही करता आ रहा है। भेदभाव को ख़त्म कर सामाजिक परिवर्तन केलिए लक्षित इस पुस्तक का हिंदी और अंग्रेजी संस्करण अब तक एक लाख से भी ऊपर बेचा जा चुका है और यही कारण है कि इस पर आधारित ऋतिक रोशन अभिनीत फिल्म सुपर 30 देश-विदेश में सुपर-डुपर हिट रही। और तो और भारत के 8 राज्यों में ये टैक्स फ्री भी रही। किताब की इस सफलता से गदगद और आह्लादित आनंद कुमार ने कहा कि जिस उद्देश्य से सुपर 30 संस्थान खोला था वो सफल होता दिख रहा है और यही कारण है कि इसे और ज्यादा प्रसारित करने का प्रयास आगे रहेगा। इस संस्थान अथवा इस पुस्तक और इस पर बनी फिल्म का एक हीं सार है कि ताकतवर इरादे और मज़बूत इच्छाशक्ति हो तो प्रतिकूल और विकट परिस्थिति में भी आपके विकास को कोई रोक नहीं सकता।