बिहार की कई नदियों का जलस्तर (Water Increase In River) बढ़ रहा है। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गये हैं। इधर राजधानी पटना में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। गांधी घाट की सीढ़ियाँ आंशिक रूप से पानी में डूब गई हैं। इससे पहले बुधवार की सुबह छह बजे दीघा घाट का जलस्तर बढ़कर 47.3 मीटर, गांधी घाट का 46.72 मीटर, हाथीदह का 38.72 मीटर तथा मनेर का 47.94 मीटर दर्ज किया गया है। गांधी घाट पर खतरे के निशान से दो मीटर नीचे गंगा बह रही है।
बिहार में उफनाई कई नदियां… कहीं डोली उठने का इंतजार तो कहीं नाव पर निकली बारात
जल स्तर में वृद्धि की यही रफ्तार रही तो तीन दिनों में खतरे के निशान के बराबर गंगा बहने लगेगी। दीघा घाट पर खतरे के निशान से गंगा तीन मीटर तथा मनेर में चार मीटर नीचे बह रही है। जल संसाधन विभाग के अभियंताओं के अनुसार गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि होगी। बाढ़ आने की स्थिति में 128 ऊंचे स्थानों को राहत शिविर चलाने के लिए चयनित कर लिया गया है। जिला प्रश्सन गंगा सहित सभी नदियों के जलस्तर वृद्धि पर नजर रख रहा है। बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ सहित प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारी नियमित बैठक कर स्थिति का आकलन कर रहे हैं।
गंगा का जलस्तर दो मीटर नीचे है। इसके बाद भी प्रशासन अलर्ट है। खतरे के निशान पर गंगा आती है तो दियारा क्षेत्र में पानी फैल जाता है। बाढ़ आने के बाद विस्थापितों को ऊंचे स्थान पर ले जाने, तीन बार भोजन देने सहित सभी प्रकार के कार्य के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है। स्थानीय स्तर पर अस्पतालों की जांच कर दवा की उपलब्धता कराई जा रही है।