रोहतास जिले के कैमूर पहाड़ी पर स्थित धार्मिक स्थल मां तुतला भवानी धाम में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। अचानक आई बाढ़ ने यहां मौजूद सैलानियों की जिंदगी खतरे में डाल दी। जलकुंड के पास फंसे आधा दर्जन से अधिक सैलानियों को वन विभाग की त्वरित कार्रवाई से बचाया जा सका।
शुक्रवार शाम को, हजारों श्रद्धालु और पर्यटक मां तुतला भवानी धाम की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने पहुंचे थे। जलकुंड की शीतलता का अनुभव करने के लिए कई लोग नदी में उतरे थे। इसी बीच, पहाड़ी से अचानक भारी मात्रा में पानी का बहाव शुरू हो गया। यह पानी इतनी तेजी से बढ़ा कि कुछ ही पलों में जलकुंड में तब्दील हो गया। इस भीषण बाढ़ में कई सैलानी पानी के तेज बहाव में फंस गए।
घटना की सूचना मिलते ही वन परिसर पदाधिकारी अमित कुमार के नेतृत्व में एक रेस्क्यू टीम तुरंत मौके पर पहुंची। खतरनाक परिस्थितियों के बावजूद, रेस्क्यू टीम ने साहसिक प्रयास करते हुए सभी फंसे सैलानियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
इस घटना ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्क रहने की जरूरत पर जोर दिया है। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे धार्मिक स्थलों या प्राकृतिक जल स्रोतों के पास सावधानी बरतें। विशेषकर बारिश के मौसम में, जल स्तर में अचानक वृद्धि हो सकती है। वन विभाग की ओर से सैलानियों की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन व्यक्तिगत सतर्कता भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि प्रकृति की शक्ति का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को भी ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है