बिहार में मानसून की बारिश का दौर जारी रहने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। विशेष रूप से उत्तरी और दक्षिणी बिहार के कुछ हिस्सों के साथ-साथ पूर्वी बिहार के सीमांचल और कोसी क्षेत्र में बारिश की संभावना है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहेंगे और मेघ गर्जन के साथ वज्रपात होने की संभावना है। हालांकि, इन इलाकों में हल्की बारिश होने की उम्मीद है।
कौन-कौन से जिले प्रभावित होंगे?
मौसम विभाग ने बिहार के 26 जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें राजधानी पटना के अलावा भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, गया, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, लखीसराय, शेखपुरा, जमुई, बेगूसराय, बांका, मुंगेर, भागलपुर, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिले शामिल हैं। इन जिलों में छिटपुट बारिश होने की संभावना है।
क्यों हो रही है बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण बांग्लादेश और उसके आसपास के इलाकों में निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके कारण एक चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र बना है। मंगलवार को पश्चिम बंगाल की ओर से निम्न दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है और इससे प्रदेश में अगले 3 से 4 दिनों तक बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
मानसून सीजन में जून से सितंबर के बीच बिहार में 96 से 104% बारिश को मौसम विभाग सामान्य मानता है। इस साल 108 प्रतिशत बारिश का अनुमान है, लेकिन अब तक बिहार में सामान्य से कुल बारिश 24% कम हुई है। हालांकि, हालिया दिनों में मानसून सक्रिय होने के कारण कई जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हुई है।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के दौरान सतर्क रहें। घरों से निकलते समय सावधानी बरतें और बारिश के पानी में न जाएं। वज्रपात से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर रहें। जिला प्रशासन को भी अलर्ट रहने को कहा गया है। प्रशासन को बारिश के दौरान होने वाली किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। बारिश से किसानों को राहत मिलेगी। बारिश से फसलों को पानी मिलेगा और किसानों की आय में वृद्धि होगी। यात्रियों को सावधान रहने की जरूरत बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो सकता है। ऐसे में यात्रियों को सावधानीपूर्वक वाहन चलाना चाहिए।