बिहार के किसानों और शहरी लोगों ने इस साल अच्छी बारिश के लिए काफी इंतजार किया है। हालांकि, जून से अगस्त तक बारिश की मात्रा अपेक्षित स्तर से काफी कम रही है। खासकर धान की खेती के लिए बारिश की अत्यधिक आवश्यकता थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, एक निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिम बंगाल और झारखंड के आसपास बना हुआ है, जो अब दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। इस कारण से, बिहार में बारिश की गतिविधियां कम होने की संभावना है। अगले दो दिनों तक बिहार के कई हिस्सों में गर्मी और उमस बनी रहेगी।
अगले कुछ दिनों के लिए येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने 26 अगस्त को वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया और नवादा जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 27 अगस्त को जमुई और बांका में भी भारी बारिश की संभावना है।
अन्य जिलों में बारिश की संभावना
पटना सहित कई अन्य जिलों में भी अगले दो दिनों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
क्या हैं इस स्थिति के कारण?
- मॉनसून ट्रफ का कमजोर होना: मॉनसून ट्रफ का कमजोर होना बारिश की गतिविधियों को प्रभावित कर रहा है।
- निम्न दबाव का क्षेत्र: निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहा है, जिससे बिहार में बारिश की संभावना कम हो रही है।
इस स्थिति का किसानों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- फसलों को नुकसान: बारिश की कमी से धान की फसल को नुकसान हो सकता है।
- सिंचाई की समस्या: सिंचाई के लिए पानी की कमी हो सकती है।
- आर्थिक नुकसान: किसानों को आर्थिक नुकसान हो सकता है।