बिहार में तेजी से फैल रहे डेंगू और चिकनगुनिया के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रविवार को घोषणा करते हुए बताया कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
सभी स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त सुविधाएं:
- विशेष बेड: सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मच्छरदानी वाले विशेष बेड की व्यवस्था की गई है ताकि मरीजों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।
- जांच किट: डेंगू की जांच के लिए आवश्यक सभी किट स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध करा दी गई हैं। इससे मरीजों को तुरंत जांच करवाने में मदद मिलेगी।
- दवाइयां: मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक सभी दवाइयां भी स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध हैं।
- रक्त प्लेटलेट्स: डेंगू के गंभीर मरीजों के लिए रक्त प्लेटलेट्स की भी व्यवस्था की गई है।
- एंबुलेंस: आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए सभी जिलों में एंबुलेंस की संख्या बढ़ा दी गई है।
निजी अस्पतालों को भी किया गया शामिल:
सरकार ने निजी अस्पतालों को भी इस मुहिम में शामिल किया है। सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे डेंगू के मामलों की रोजाना आईएचआईपी पर रिपोर्ट करें। इससे सरकार को बीमारी के प्रसार पर नजर रखने में मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील:
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि अपने आसपास पानी जमा न होने दें और मच्छरों से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतें।
विशेषज्ञों की राय:
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि राज्य सरकार द्वारा उठाए गए ये कदम डेंगू और चिकनगुनिया के प्रसार को रोकने में काफी मददगार साबित होंगे। हालांकि, उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि वे स्वयं भी इस बीमारी से बचाव के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरतें।