सातवें फेज के तहत बिहार की 8 सीटों पर होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए आज प्रचार का अंतिम दिन है। शाम 5 बजे तक नेता और प्रत्याशी इन क्षेत्रों में रैली-जनसभा और रोड के माध्यम से प्रचार कर सकते हैं। वहीं चुनाव प्रचार की समय सीमा खत्म होने के बाद उम्मीदवार अपने इलाके में मतदाताओं के दरवाजे पर जाकर वोट की अपील कर सकते हैं। 1 जून को पाटलिपुत्र, पटना साहिब, नालंदा, आरा, बक्सर, काराकाट, सासाराम और जहानाबाद में मतदान होना है। मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक होंगे।
इसके पहले दोनों गठबंधन की ओर से लगातार यहां मतदाताओं को लुभाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। दोनों गठबंधनों के लिए आखिर दौर की यह लड़ाई बेहद अहम है। एनडीए के सामने अपना रिकॉर्ड बचाने की चुनौती है तो महागठबंधन उस रिकॉर्ड को ध्वस्त करने की जुगत में है।
‘ए मोदी जी तोहरा गुरु जी से हमार बाबू जी ना डरे… त हम तोहरा से डेराइब’, बक्सर में गरजे तेजस्वी
सातवें चरण की आठ सीटों में तीन पर राजद, तीन पर भाकपा माले और दो पर राजद का मुकाबला एनडीए उम्मीदवारों से होगा। लोकसभा चुनाव के पुराने रिकार्ड बताते हैं कि इन सभी आठ सीटों पर बीते 10 वर्षों से एनडीए ने जो बिसात बिछा रखी है उसका मुकाबला महागठबंधन के लिए आसान नहीं होने जा रहा।
ये वे सीटें हैं जहां 2019 के लोकसभा चुनाव के साथ ही 2014 में एनडीए एलायंस ने जिसमें जदयू नहीं था उस दौरान उसने लोकजन शक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और विरोधियों को बुरी तरह से शिकस्त दी थी। इस बार एनडीए के साथ जदयू भी है। जबकि दूसरी ओर महागठबंधन की ओर से इन सीटों पर जीत की लड़ाई का बड़ा दारोमदार राजद, भाकपा माले और कांग्रेस के ऊपर होगा।