बिहार के लिए खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने राज्य में सड़क संपर्क को और मजबूत करने के लिए भारतमाला शृंखला-2 के तहत दो महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे को मंजूरी दे दी है। इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से न सिर्फ बिहार बल्कि आसपास के राज्यों को भी काफी फायदा होगा।
दो प्रमुख एक्सप्रेसवे को मिली हरी झंडी:
- रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे: यह एक्सप्रेसवे बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई और बांका जिलों से होकर गुजरेगा। झारखंड होते हुए यह हल्दिया (पश्चिम बंगाल) तक जाएगा। बिहार में इसकी लंबाई लगभग 367 किलोमीटर होगी।
- गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे: यह एक्सप्रेसवे बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिलों को जोड़ेगा। इसकी कुल लंबाई 416 किलोमीटर है, जिसमें से 416 किलोमीटर बिहार में ही पड़ेगा।
कई जिलों को मिलेगा सीधा फायदा:
इन एक्सप्रेसवे के बनने से बिहार के कई जिलों में आवागमन सुगम होगा। इससे न केवल व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा बल्कि पर्यटन को भी बल मिलेगा। साथ ही रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।