आरक्षण के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान आमने-सामने आ गए हैं। शनिवार को एक बार फिर जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण पर दिए गए वर्गीकरण के निर्णय का विरोध कर रहे हैं। चिराग पासवान ही केवल राजनीति नहीं करते हैं। यहां भी 18 जाति के 3000 लोग आए हैं। हमने उनसे मुलाकात की।
आने वाले समय में आप देखेंगे कि इन 18 जातियों के कितने लोग इस समय पढ़ाई कर रहे हैं। इनका वर्गीकरण होना चाहिए। केवल एक ही व्यक्ति को लाभ मिले। यह उचित नहीं है। एक व्यक्ति लाभ ले रहा है। वहीं, दूसरा व्यक्ति क्लर्क और चपरासी बनकर कब तक रहेगा? ऐसा कब तक चलेगा? किसी एक व्यक्ति को लाभ क्यों मिले? सबको लाभ मिलना चाहिए। वहीं चिराग पासवान की पार्टी को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा है कि उनकी पार्टी के तीन सांसद बीजेपी के संपर्क में है। जब चिराग के सांसदों की टूटने की आशंका पर जीतन राम मांझी से मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि इस पर मैं नहीं कुछ कह सकता हूं।
अशोक चौधरी ने लिया यू टर्न… बोले- मेरी बेटी की शादी भूमिहार के यहां हुई, नीरज कुमार को भी दिया जवाब
गौरतलब है कि इन दिनों बिहार एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। हाल ही में आरजेडी ने दावा किया कि चिराग पासवान के तीन सांसद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। वहीं, आरक्षण के मुद्दे को लेकर जीतन राम मांझी और चिराग पासवान आमने-सामने आए हुए हैं। बता दें कि, आरक्षण के मुद्दे पर चिराग पासवान की अलग राय है। वह चाहते हैं कि जाति जनगणना भी होनी चाहिए। इसके अलावा चिराग पासवान की वक्फ बोर्ड, कोटा में कोटा मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय और लेटरल एंट्री के मुद्दे पर भी बीजेपी से अलग राय है।