लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए से सीटें नहीं मिलने से नाराज केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर पशुपति पारस ने कहा कि “NDA में मेरे साथ नाइंसाफी हुई; अब मैं तय करूंगा कि कहां जाना है।”
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पशुपति पारस एनडीए में सीट बंटवारे के फार्मूले से नाराज हैं, जिसमें उन्हें कोई सीट नहीं दी गई है। एक दिन पहले ही एनडीए में बिहार की 40 सीटों का बंटवारा हुआ है। इसमें भाजपा को 17, जदयू को 16, चिराग पासवान को 5 और उपेंद्र कुशवाहा व जीतन राम मांझी को 1-1 सीट दी गई है। इसमें पशुपति पारस की पार्टी को कोई सीट नहीं मिली। जबकि मौजूदा परिस्थिति में पारस के साथ प्रिंस पासवान और चंदन सिंह भी लोकसभा सांसद है।
हालांकि पशुपति पारस की पार्टी का यह स्पष्ट कहना है कि उन्होंने अभी एनडीए नहीं छोड़ा है लेकिन जो नाइंसाफी हुई है, उसमें मंत्रिमंडल में बने रहना ठीक नहीं था।
JDU ने साधी चुप्पी, भाजपा को अब भी उम्मीद
पशुपति पारस के एनडीए से दूर होने के मुद्दे पर जदयू ने चुप्पी साध ली है। जदयू का कहना है कि हमारा गठबंधन भाजपा के साथ है। सीटें फाइनल हो चुकी हैं और हमें सीटों के फार्मूले से कोई दिक्कत नहीं है। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता व डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा का कहना है कि भाजपा हमेशा नए व युवाओं को मौका देती है लेकिन किसी का साथ नहीं छोड़ती। पशुपति पारस एनडीए से कभी दूर नहीं जाएंगे।