खबर बेगूसराय की है, यहां किसानों ने आलू को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया है। साथ ही किसानो ने सरकार के विरुद्ध अपनी नाराजगी जताई है। बेगूसराय जिले के बछवारा प्रखंड के किसानों के द्वारा लगातार सरकार से मांग की जा रही थी कि सरकार आलू का समर्थन मूल्य तय करें जिससे कि किसान अपने आलू को उचित भाव पर बेच सकें। इसी कारण आज शुक्रवार को NH-28 पर आलू के सैकड़ों बोरे फेंक कर किसानों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। तथा केंद्र एवं राज्य सरकार के विरुद्ध नारेबाजी भी की है।
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किसानो की मांग
दरअसल बेगूसराय जिले के विभिन्न इलाकों में बड़े पैमाने पर आलू की खेती की जाती है। लेकिन इस बार ना तो किसानों को व्यापारी मिल रहा है और ना ही कोल्ड स्टोर के मालिकों के द्वारा किसानों की आलू को रखा जा रहा है। आलम यह है कि अब आलू के खेत पर आलू निकालने के लिए किसानों को मजदूर भी नहीं मिल रहे है। थक हार कर किसानों ने लिखित रूप से एवं अपने प्रदर्शन के माध्यम से कई बार सरकार एवं जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की। लेकिन जब किसी प्रकार का फायदा नहीं मिला तब थक हार कर किसानों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है।
साथ ही किसानों ने मांग किया है कि केरल की तर्ज पर हरी-साग सब्जियों एवं आलू का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाए। दूसरी ओर किसानों ने कहा है कि पहले फसल क्षति का मुआवजा भी किसानों को दिया जाता था। लेकिन अब सरकार ने वह भी बंद कर दी है जिससे कि अब किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं ।