जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा के बीजेपी में शामिल होने की खबरें आय दिन किसी वजह से सामने आती रहती है। लेकिन अब इन खबरों का खुद उपेन्द्र कुशवाह ने खंडन किया है। उन्होंने बीजेपी में कभी ना जाने की कसम खाई है। हालाकिं ऐसा पहली बार नहीं है जब वो किसी पार्टी के साथ ना जाने की कसम खा रहे हो। जिस नीतीश कुमार को उपेन्द्र कुशवाहा कोसते हुए थकते नहीं थे और उनकी पार्टी के साथ ना जाने की कसमें खाते थे। बाद में उन्होंने उसी नीतीश कुमार की पार्टी में अपनी पार्टी का विलय कर दिया। अब ये देखना अहम होगा कि इस बार जो उन्होंने मरते दम तक बीजेपी के साथ ना जाने की कसम खाई है उस पर कायम रहते हैं या नहीं।
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क्यों हो रही BJP में शामिल होने कि चर्चाएं
सबसे बड़ी बात ये है कि आखरी क्या कारण है कि उपेन्द्र कुशवाह के बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं तेज हैं। दरअसल पहले नीतीश के मंत्रिमंडल में शामिल ना किया जाना के बाद ऐसी खबर थी कि वो नाराज है। पर उस वक्त के भी उन्होंने ये साफ किया कि वो नाराज नहीं है। उनकी मंत्री बनने की कोई चाह नहीं है। पार्टी में भी किसी का ना दिया जाना भी उनकी नाराजगी की वजह बताई जा रही थी। हालांकि उन्हें संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है पर ऐसी चर्चाएं तेज थी की वो इस पद से खुश नहीं है। वहीं शराबबंदी को फेल बताने वाले उनके बयान के बाद इन चर्चाओं में और पर लग गए। यही कारण है कि उन्हें आखरी में ये कसम खानी पड़ी की वो बीजेपी में मरते दम तक शामिल नहीं होंगे।