मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों जहां भी जा रहा हैं वहां उन्हें विरोध का ही सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ कुढ़नी में चुनाव प्रचार करने गए हुए थे। उनकी सभा के दौरान शिक्षक अभ्यर्थियों ने सातवें चरण की शिक्षक बहाली के विज्ञापन की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया था। नीतीश-तेजस्वी के मंच पर आते ही शिक्षक अभ्यर्थियों ने ‘नीतीश कुमार शर्म करो’ और ‘नीतीश कुमार डूब मरो’ जैसे नारे लगाना शुरू कर दिया था। जिसके बाद में शिक्षक अभ्यर्थियों की राजद समर्थकों के साथ जमकर झड़प भी हुई थी। वहीं आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक कार्यक्रम में शामिल होने नालंदा पहुंचे थे। जहां स्थानीय लोगों ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हंगामा किया और नारेबाजी भी की।
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अपराधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज अपने गृह जिले नालंदा के एकंगरसराय प्रखंड के कोसियावा गांव पहुंचे थे। जहां उन्होंने रामनंदन प्रसाद सिंह उर्फ रामबाबू की मूर्ति का अनावरण किया। इसी दौरान स्थानीय लोग नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। दरअसल 19 अक्टूबर बदराबाद गांव निवासी निर्मल कुमार भारती का शव एक पेड़ पर लटका मिला था। लेकिन अब तक इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। घटना होने से एक महीने से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद भी किसी तरह की कार्रवाई ना होना कानून व्यवस्था पर बड़ा प्रश्न खड़ा करता है। इसी मामले को लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। मुख्यमंत्री को देखते ही ग्रामीणों का गुस्सा फुट पड़ा। यही कारण है कि ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपराधी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की।