हावड़ा से पटना आ रही वंदे भारत ट्रेन के साथ हादसा हो गया। बिहार के गुलजारबाग के शीतला माता मंदिर के पास सोमवार की देर रात लगभग 12.30 बजे ताड़ का पेड़ गिर गया। इससे तार टूट गया और तेज आवाज के साथ चिंगारी निकली, जिससे आग लग गई। यह देख यात्रियों के बीच भगदड़ मच गई। सभी यात्री आनन फानन में नीचे उतर गए।
हावड़ा से पटना आ रही 22347 वंदे भारत ट्रेन के ओवरहेड वायर पर ताड़ का पेड़ गिर पड़ा। इससे तार टूट गया। तेज आवाज के साथ चिंगारी निकली और आग लग गई। ट्रेन के पेंटो से विद्युत आपूर्ति रुक गई। लोको पायलट ने तत्काल ब्रेक ले लिया। सभी कोच की बत्तियां बुझ गईं। ऑटोमेटिक दरवाजे खुल गए। यह देख यात्रियों के बीच भगदड़ मच गई। सभी यात्री आनन फानन में नीचे उतर गए। अधिकांश यात्री पास में फ्लाईओवर पर चढ़ कर अपने गंतव्य की ओर निकल गए।
ट्रेन के पेंटो से विद्युत आपूर्ति रुक गई, लोको पायलट ने तत्काल ब्रेक ले लिया। सभी कोच की बत्तियां बुझ गईं। ऑटोमेटिक दरवाजे खुल गए। यह देख यात्रियों के बीच भगदड़ मच गई। सभी यात्री आनन फानन में नीचे उतर गए। अधिकांश यात्री पास में फ्लाई ओवर पर चढ़ कर अपने गंतव्य की ओर निकल गए।
रेलवे की तकनीकी टीम ने लगभग सवा घंटे कोशिश के बाद ताड़ का पेड़ हटाकर ओवरहेड वायर को जोड़ कर विद्युत आपूर्ति शुरू की। तब ट्रेन रात लगभग 1.45 बजे पटना जंक्शन के लिए प्रस्थान की।
ट्रेन की सी-6 बोगी में यात्रा कर रहे सुधीर कुमार ने बताया कि रेलगाड़ी जब पटना सिटी से आगे बढ़ी तो राजेंद्र नगर स्टेशन के ठीक पहले अचानक तेज आवाज के साथ ट्रेन की छत के ऊपर में चिंगारियां उठती दिखी। इस बीच ट्रेन रुक गई।
जो स्थानीय लोग थे, वे पुल से चढ़कर घर चले गए। लेकिन जिन्हें आगे जाना था, वे ट्रेन के बाहर आकर खड़े हो गए। उन्होंने बताया कि देवघर के जसीडीह स्टेशन पर यह ट्रेन सवा 7 बजे की जगह 9.45 बजे पहुंची थी। देवघर के पूर्व एक स्टेशन पर यह लगभग डेढ़ घंटे तक रुकी रही थी। इसके बाद देवघर से पटना तक ट्रेन 130 से 140 की गति से आई।