बिहार के आईपीएस अफसरों शोभा अहोटकर और विकास वैभव की जंग अब नए लेवल पर जा रही है। पहले IG विकास वैभव ने सोशल मीडिया पर होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज की DG शोभा अहोटकर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। फिर 2 माह की छुट्टी मांगी। लेकिन DG ने छुट्टी मंजूर नहीं करते हुए, विकास वैभव के आचरण के लिए उन्हें नोटिस थमा दिया। अब विकास वैभव ने एक पत्र गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को लिखा है। इसमें स्पष्टीकरण से संबंधित अपना पक्ष के साथ कई गंभीर बातें लिखीं हैं।
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विकास वैभव के पत्र की मुख्य बातें
- शोभा अहोटकर निरंतर अभद्र भाषा के प्रयोग के साथ गाली देती हैं और अपमानित करती हैं।
- 23 जनवरी 2023 को विनोद कुमार और राजीव रंजन के साथ सामूहिक तौर पर यह बताया था कि शोभा अहोटकर का व्यवहार अमर्यादित है।
- 24 जनवरी 2023 को विनोद कुमार और राजीव रंजन ने मुख्य सचिव को शोभा अहोटकर के अमर्यादित व्यवहार की शिकायत की गई।
- DG शोभा अहोटकर का व्यवहार इतना अमानवीय है कि पुलिस उप महानिरीक्षक विनोद कुमार उनके कार्यालय में ही बेहोश हो गए थे। 45 मिनट बाद होश में आए और उसके बाद लगातार उनकी तबियत खराब है।
शोभा अहोटकर पर विकास वैभव के आरोप
- तीन बार सार्वजनिक तौर पर Bloody IG कहा गया।
- कई अफसरों को यह कहा जाता है कि ‘बिहारी कामचोर होते हैं’।
Tweet पर विकास वैभव की सफाई
डीजी शोभा अहोटकर के अमर्यादित व्यवहार के कारण मुझे पूरी रात नींद नहीं आई। उसी मनोदशा में देर रात्रि 1.43 बजे एक ट्वीट किया। लेकिन बाद में महसूस हुआ कि ट्वीट नहीं करते हुए सरकार को अवकाश के लिए आवेदन देना चाहिए और मैंने ट्वीट डिलीट कर दिया। इसके बाद इसके प्रसारण में मेरी कोई भूमिका नहीं रही है।
विकास वैभव, आईजी, होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज.
स्पष्टीकरण के लिए मांगा वक्त
वैसे तो डीजी शोभा अहोटकर ने आईजी विकास वैभव को स्पष्टीकरण के लिए कम वक्त दिया था। इस मामले में विकास वैभव ने पत्र में लिखा है कि संभव होतो स्पष्टीकरण समर्पित करने की अवधि को 7 दिन से बढ़ाकर 14 दिन कर दिया जाए।
खतरे की जताई आशंका
साथ ही विकास वैभव ने पत्र में यह भी कहा है कि मेरा अब एक दिन भी शोभा अहोटकर के नियंत्रणधीन कार्यरत रहने पर कार्यस्थल पर ही मेरे साथ कुछ गंभीर घटनाएं घट सकती हैं। या फिर ऐसी क्षति पहुंचाई जा सकती है, जो अपूरणीय हो। इसलिए या तो वैकल्पिक व्यवस्था की जाए या फिर मेरे अवकाश को स्वीकृत कर दिया जाए।