बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी को CISF का नया DG नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही आरएस भट्टी की बिहार से विदाई तय हो गई है। साथ ही राज्य में नए डीजीपी के नामों पर अटकलबाजी तेज हो गई है। भट्टी के जाने की चर्चा तो पहले से ही थी, लेकिन अब अधिसूचना के बाद माहौल और गरम हुआ है। वैसे तो बिहार के डीजीपी बनने की रेस में 3 आईपीएस अधिकारी हैं। लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि विनय कुमार बिहार के नए डीजीपी होंगे।
आरएस भट्टी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद अब राज्य में नए डीजीपी के पद पर नियुक्ति शीघ्र ही हो जाएगी। इसमें राज्य सरकार अधिक विलंब नहीं करेगी। ऐसे में जो भी योग्य पदाधिकारी हैं, उनमें से सबके नाम पर लोग अपने अपने हिसाब से संभावनाएं देख रहे हैं। दरअसल, भट्टी की नियुक्ति के वक्त भी चर्चा थी कि आलोक राज को डीजीपी बनाया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस बार भी आलोक राज का नाम चर्चा में हैं। जबकि तीसरा नाम शोभा अहोतकर का चर्चा में है।
लेकिन इस बार भी आलोक राज और शोभा अहोतकर का पत्ता कटता दिख रहा है। क्योंकि विनय कुमार राज्य के अगले डीजीपी हो सकते हैं। 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी विनय कुमार अभी में बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं। वे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और एडीजी सीआईडी जैसी जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं
बिहार का डीजीपी बनने में जिन अधिकारियों की सबसे अधिक चर्चा रही, उनमें आलोक राज का नाम प्रमुख था। 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी आलोक राज अभी डीजी विजिलेंस के पद पर तैनात हैं। जब पहली बार डीजीपी के लिए चर्चा में आए तो आरएस भट्टी को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से बुलाकर बिहार का डीजीपी बना दिया गया। भट्टी उस समय बीएसएफ में थे।
सख्त मिजाज की मानी जाने वाली 1990 बैच की आईपीएस अधिकारी शोभा अहोतकर भी डीजीपी बनने की रेस में हैं। लेकिन इस बार भी उनका पत्ता कटना लगभग तय है।
वैसे अगर विनय कुमार डीजीपी नियुक्त होते हैं तो बिहार सरकार इस बार भी सीनियर अफसरों को दरकिनार करने की परंपरा निभाएगी। क्योंकि आरएस भट्टी 1990 बैच के थे लेकिन 1989 बैच के आलोक राज की जगह उन्हें ही डीजीपी बनाया गया। विनय कुमार तो 1991 बैच के हैं। इस लिहाज से आलोक राज और शोभा अहोतकर दोनों की ही ज्वाइनिंग उनसे पहले की है।