केंद्र सरकार की योजना के तहत Bihar के 33 जिलों के एक-एक स्कूल में 2022 में वोकेशनल कोर्स की शुरुआत हुई है। अब इस लिस्ट में 43 स्कूल और जुट जाएंगे। जिन स्कूलों में वोकेशनल कोर्स शुरू हुआ है, वहां के छात्रों को अनिवार्य रूप से विकल्प विषय के तौर पर इस कोर्स को लेना है। 9वीं में वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई होगी। 43 स्कूलों में वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई शुरू करने के लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने स्कूलों में लैब बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लैब के लिए 5-5 लाख रुपए दिए गए हैं।
लैब मेंटेनेंस के लिए भी फंड जारी
वहीं जिन स्कूलों में लैब पहले से चल रहे हैं, उन्हें 1.25 लाख रुपए दिए गए हैं। इस राशि से वे लैब की मेंटेनेंस कर सकेंगे। 2021-22 में नामांकित 33 स्कूलों के लगभग 3000 विद्यार्थी 2024 की मैट्रिक बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। वहीं वर्ष 2022-23 में नामांकित 43 स्कूलों के पांच हजार विद्यार्थी 2025 की मैट्रिक परीक्षा में शामिल होंगे। बिहार बोर्ड इन छात्रों के लिए वोकेशनल विषय के अलग से प्रश्न पत्र तैयार करेगा। बोर्ड द्वारा सैद्धांतिक परीक्षा ली जाएगी। वहीं प्रायोगिक परीक्षा नेशनल स्किल डेवलपमेंट कमीशन (NSDC) द्वारा ली जाएगी।
इन वोकेशनल कोर्स की होगी पढ़ाई
- टेलीकम्यूनिकेशन
- इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर
- ब्यूटी एंड वेलनेस
- आईटी
- आईटीईएस (इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी इनेबल्ड सर्विस यानी सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएं)