लखीसराय पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए चानन थाना क्षेत्र के मननपुर बस्ती में 2019 में हुए दोहरे हत्याकांड की आरोपी नक्सली महिला रानी देवी उर्फ रानी कोड़ा को गिरफ्तार किया है। रानी देवी पर कांड संख्या 119/19 सहित सात अलग-अलग नक्सली कांडों में शामिल होने का आरोप है। रानी देवी 2017 से ही पुलिस के लिए वांछित थी। हालांकि, उसके पति गोबरदाहा निवासी विशुनदेव कोड़ा को पुलिस ने दो साल पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। विशुनदेव फिलहाल जमानत पर बाहर है।
कैसे हुई गिरफ्तारी:
एसपी पंकज कुमार ने बताया कि उन्हें मिली सूचना के आधार पर उनके निर्देशन में एसपी अभियान मोती लाल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया और चानन थाना क्षेत्र में सघन छापेमारी अभियान चलाया गया। इस दौरान पुलिस टीम ने बासकुंड, महुलिया, गोरबदाहा कोड़ासी, पंचभूर, गोरधोवा, जगुआजोर, कुंदर आदि जंगली क्षेत्रों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान गोबरदाहा कोड़ासी में संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त एक महिला को पकड़ा गया। पूछताछ में उसकी पहचान रानी देवी उर्फ रानी कोड़ा के रूप में हुई।
नक्सली संगठन में थी अहम भूमिका:
एसपी ने बताया कि रानी देवी हार्डकोर नक्सलियों अर्जुन कोड़ा और बालेश्वर कोड़ा की सहयोगी थी। साथ ही, वह हार्डकोर नक्सली अरविंद यादव की भी करीबी थी। रानी देवी नक्सलियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट, खाने-पीने की सामग्री पहुंचाने, पुलिस/सुरक्षा बलों की गतिविधियों की जानकारी नक्सलियों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाती थी।
इन मामलों में भी थी आरोपी:
गिरफ्तार महिला नक्सली रानी देवी पर अब तक सात नक्सली कांड दर्ज हैं। इनमें 2019 का चर्चित कांड संख्या 119/19 भी शामिल है, जिसमें मदन कुमार और पूर्व मुखिया गणेश रजक के चालक छोटू साव की नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।