बिहार में अप्रैल (Bihar Weather) के शुरुआती महीने में ही सूरज आग उगलने लगा है। राज्य के तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है और गर्मी का असर देखने को मिल रहा है। बीते शुक्रवार से राजधानी पटना समेत 11 जिलों में तापमान 41 डिग्री से पार होकर 43 डिग्री तक पहुंच गया। रात में गर्मी का असर सबसे अधिक पटना में देखने को मिला। शिद्दत की गर्मी से इंसान के साथ जानवर भी परेशान दिखाई दे रहे हैं।
पटना जू (Patna Zoo) में गर्मी से जानवर बेहाल हो गए हैं. इस मौसम में धूप व लू लगने से जानवर भी बीमार और सुस्त हो जाते हैं। ऐसे में इस सीजन में जानवरों को एक्स्ट्रा केयर की जरूरत पड़ती है। जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए पटना जू प्रशासन ने खासा इंतजाम कर रखा है। उद्यान प्रशासन की ओर से बदलते मौसम को देखते हुए पशु-पक्षियों के खान-पान और उनके रहन-सहन में भी बदलाव किए गए हैं। जानवरों के केज में कूलर और पंखा भी लगाया गया है, शेर और बाघ के इंक्लोजर में भी कूलर और पंखा लगाया गया है, ताकि इन्हें भी गर्मी से राहत मिल सके।
जानवरों को ठंडा मांस दिया जा रहा है
इतना ही नहीं गर्मी को देखते हुए इन वन्यजीवों के डाइट में भी बदलाव किया गया है। शेरों के साथ ही भालू जैसे जानवरों को ठंडा मांस दिया जा रहा है, ताकि इन पर गर्मी का प्रभाव न पड़े। लगातार विशेषज्ञों और चिकित्सकों की ओर से जानवरों की सीसीटीवी से मॉनिटरिंग के साथ उनका चेकअप भी किया जा रहा है। जिन जानवरों को गर्मी से ज्यादा परेशानी हो सकती है, उन पिंजरों में तीन चौथाई हिस्से में एग्रोनेट लगाया गया है। वहीं एक चौथाई हिस्से को खाली रखा गया है। जानवरों की नर्सरी में भी एग्रोनेट लगाये गये हैं, इससे जानवरों को गर्मी से बचाने में मदद मिलती है।
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जानवरों में बढ़ती गर्मी की वजह से कमजोरी न हो इसके लिए उन्हें मल्टीविटामिन दी जा रही है। वहीं पक्षियों को लू से बचाने के लिए ग्लोनाइन होमियोपैथी दवा और विटामिन सी का टैबलेट दिया जा रहा है। समय-समय पर पानी को बदला जा रहा है, जिससे पानी पीने में उन्हें परेशानी न हो।