पश्चिम चंपारण केजिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय ने सोमवार को जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान करीब डेढ़ करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है।
क्या है मामला?
जिला पदाधिकारी ने कार्यालय के चार वर्षों के अभिलेखों की जांच की। इस दौरान उन्होंने पाया कि कार्यालय में कई तरह की अनियमितताएं हुई हैं। इनमें बिना स्वीकृति के भुगतान, पूर्व के जिलाधिकारियों के आदेशों का उल्लंघन, वाहन के संचालन पर हुए खर्च का भुगतान न होना और विलासितापूर्ण सामानों की खरीद जैसे मामले शामिल हैं।
अनियमितताओं की प्रमुख बातें:
- बिना स्वीकृति भुगतान: कई मामलों में बिना किसी सक्षम अधिकारी के स्वीकृति के भारी रकम का भुगतान किया गया है।
- पूर्व के आदेशों का उल्लंघन: कई भुगतानों को पूर्व के जिलाधिकारियों के आदेशों के विपरीत रोक दिया गया।
- वाहन खर्च का भुगतान न होना: कार्यालय में वाहन का संचालन हुआ है, लेकिन वाहन स्वामी को भुगतान नहीं किया गया।
- विलासितापूर्ण सामानों की खरीद: प्रचार-प्रसार के लिए आवंटित राशि से एयर कंडीशन, बैटरी, इंवर्टर आदि खरीदे गए।
- अनावश्यक भुगतान: कई ऐसे भुगतान किए गए हैं, जिनका कोई औचित्य नहीं है।
- संचिका में हेराफेरी: संचिकाओं में ओवरराइटिंग कर हेराफेरी की गई है।
- अयोग्य आपूर्तिकर्ता: कई आपूर्तिकर्ताओं के विपत्रों में हेरफेर की गई है।
आगे की कार्रवाई:
जिला पदाधिकारी ने सभी संदिग्ध अभिलेखों को जब्त कर लिया है। इन अभिलेखों की गहन जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में कई आपूर्तिकर्ता भी जांच के दायरे में आ सकते हैं।