पश्चिम चंपारण जिले के भंगहा थाना क्षेत्र के अहिरा सिसवा जंगल में शुक्रवार को ओरिया नदी के पास एक क्षत-विक्षत शव मिलने से सनसनी फैल गई। शव की पहचान भंगहा थाना क्षेत्र के सिसवा ताजपुर निवासी 34 वर्षीय दीपेंद्र महतो के रूप में हुई है। ग्रामीणों और वन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि दीपेंद्र महतो की मौत बाघ के हमले में हुई है। शव के पास जंगली जानवरों के पदचिह्न मिले हैं, और शव की हालत भी इसी बात की ओर इशारा करती है।
वोट देने के लिए नेपाल से आ रहा था अपने घर
दीपेंद्र महतो नेपाल के महादेव पट्टी गांव स्थित अपनी ससुराल से शनिवार को होने वाले चुनाव में मतदान करने के लिए गुरुवार को घर आ रहे थे। सीमा सील होने के कारण वे अहिरा सिसवा जंगल के रास्ते आ रहे थे। लेकिन जब दीपेंद्र निर्धारित समय पर घर नहीं पहुंचे, तो उनके परिवार ने उनकी तलाश शुरू की। उसी दौरान जंगल में गश्त कर रहे वन विभाग के कर्मियों को उनका शव मिला।
भंगहा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सटीक कारण स्पष्ट हो सकेगा। इस घटना से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि जंगली जानवरों, खासकर बाघों, द्वारा हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं। वन विभाग से इन जानवरों को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई है।